छत्तीसगढ़
एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजनांतर्गत नर्सिंग पाठ्यक्रम में आदिवासी छात्राओं के प्रवेश हेतु 24 अगस्त तक आवेदन पत्र आमंत्रितGram Sabhas will be held in every village of the district Today will start from August 20 Applications invited till August 24 for the admission of tribal girl students in nursing course under NMDC Girls Education Scheme

एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजनांतर्गत नर्सिंग पाठ्यक्रम में आदिवासी छात्राओं के प्रवेश हेतु 24 अगस्त तक आवेदन पत्र आमंत्रित
नारायणपुर 19 अगस्त 2021- एनएमडीसी द्वारा बस्तर क्षेत्र (दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, बस्तर, कोण्डागांव एवं नारायणपुर जिलों) की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली आदिवासी छात्राओं को व्यवसायिक शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मैगमिक सामाजिक दायित्व (सी.एस.आर.) के अधीन बालिका शिक्षा योजना वर्ष 2011 से प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत् पिछले 10 वर्षो में बस्तर क्षेत्र की 378 छात्राओं का ‘‘अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग’’ हैदराबाद में जीएनएम एवं बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाया गया है। इसी क्रम में वर्ष 2021 में भी एनएमडीसी प्रबंधन, बचेली द्वारा आदिवासी छात्राओं को नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने हेतु 24 अगस्त 2021 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है।
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी श्री जीआर मण्डावी ने बताया कि बस्तर क्षेत्र की केवल दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, बस्तर, कोण्डागांव एवं नारायणपुर जिले की विज्ञान (बायोलॉजी, भौतिक एवं रसायन) विषय से कक्षा 12वीं में कम से कम 45 प्रतिशत अंको के साथ परीक्षा उत्तीर्ण केवल आदिवासी छात्राएं जिनके परिवार की मासिक आय 6 हजार रूपये से अधिक न हो (सक्षम अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र 1 वर्ष से अधिक पुराना न हो) आवेदन कर सकती हैं। साथ ही कक्षा 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड या राशन कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र आदि पत्रों की छाया प्रति आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर बंद लिफाफे में उप महाप्रबंधक एनएमडीसी लिमिटेड, बीआईओएम बचेली कॉम्पलेक्स, जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ के पास व्यक्तिगत रूप से या डाक द्वारा समस्त दस्तावेज स्कैन कर के ई-मेल दउकबइेल/हउंपसण्बवउ के माध्यम मे 24 अगस्त तक भी भेजे जा सकते है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी के प्राचार्याे को पत्र लिखकर अपनी-अपनी संस्था में अध्ययनरत छात्राओं को अवगत कराने के निर्देश दिये है।