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छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण विभाग (क्रेडा) से नारायणपुर जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में आया बड़ा बदलाव बिजली, पानी

छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण विभाग (क्रेडा) से नारायणपुर जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में आया बड़ा बदलाव
बिजली, पानी, सिंचाई की सुविधाएं से लोगों की जीवन में आयी खुशहाली
नारायणपुर 19 अगस्त 2021- छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) विभाग के कई महत्वपूर्ण योजनाएं है। जो नारायणपुर जैसे जिले जिसके अधिकांश क्षेत्र सुदूर, पहुंचविहीन एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्र है। इस विभाग की योजनाओं ग्रामीणों के जनजीवन में व्यापक बदलाव लाया। इनके सकारात्मक परिणाम आये जिससे ग्रामीण अंचल, सुदूर अंचल के लोग लाभान्वित हुए।
विगत ढाई वर्षाे में जिले का नया अध्याय लिखा-
  सोलर ड्यूल पम्प एक ऐसा तकनीक प्रणाली है। जिसमें सोलर पम्प और हैण्ड पम्प दोनों सम्मिलित रूप से उपयोग होता है सोलर ड्यूल पम्प दिन के दौरान सौर ऊर्जा का उपयोग करने और एक ओव्हर हेड टैंक में पानी को स्टोर करने के लिए तैयार किया जाता है। जिसे पूरे दिन चलता है और सूरज की रोशनी उपलब्ध नहीं होने पर एक सामान्य हैण्ड पम्प के रूप में कार्य करता है। इसलिए ग्रामीणों एवं समुदाय को 24 घंटे स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति होती है। विगत ढाई वर्षों में 106 सोलर ड्यूल पम्प गांवों में लगाया गया। जिससे 6 हजार से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हुए। इसी तरह आश्रम-छात्रासों में 16 नग सोलर ड्यूल पम्प से 2 हजार छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। स्वास्थ्य केन्द्रों में भी सोलर ड्यूल पम्प लगाया गया है। सोलर ड्यूल पम्प लगाने का उद्देश्य 24 घंटे स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति करना है। ऐसे कई पिछड़े एवं अंदरूनी गांवों में जहां बिजली खंबे पहुंच नहीं पाये। जिसके कारण पेयजल की समस्या होती थी। उन गांवों के लिए सोलर ड्यूल पम्प वरदान साबित हुआ।
सौर सुजला योजना से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार –
  क्रेडा विभाग द्वारा किसानों को सशक्त बनाने सौर सुजला योजना अंतर्गत रियायत दर पर सिंचाई पम्प प्रदान किया जाता है। सौर सुजला के तहत शासन द्वारा 2 एचपी, 3 एचपी एवं 5 एचपी क्षमता वाले सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई पंपों का वितरण किया जाता है। इस योजना की उन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जाता है, वहां बिजली की पहुंच नहीं है। नारायणपुर जिले में विगत ढाई वर्षों में 1307 कृषकों के यहां सोलर सिंचाई पम्प स्थापित किया गया है एवं अब तक कुल  2 हजार 623 कृषक इस योजना से लाभान्वित हुए है।  जिले के भौगोलिक दृष्टिकोण से यह योजना किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध हुआ किसानों को अब धान के अलावा अन्य फसल लेने में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो रही है। जिससे कृषक साग-सब्जी सहित अन्य फसल ले पा रहे है। जिससे उनकी आमदनी के स्त्रोत बढ़े है एवं जिले के सिंचित क्षेत्र में वृद्धि हुई है

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