खास खबरछत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

ओडीएफ प्लस के लिये केंद्र के मार्गदर्शन पर हो रहा काम , Work is being done on the guidance of the Center for ODF Plus

जल शक्ति मंत्रालय, नई दिल्ली के संवाद कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा

दुर्ग 13 अगस्त 2021/स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत आज जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा ओ.डी.एफ. प्लस विषय पर कलेक्टर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम में  जिला दुर्ग में किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने जानकारी दी कि जिले में करीब 07 वर्षों से इस मिशन से जुड़कर कार्य कर रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत शौचालय निर्माण कर ओ.डी.एफ. करने हेतु सी.एल.टी.एस., जन जागरूकता कार्यक्रम आदि सभी स्तरों पर कार्य किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेस-2 में ओ.डी.एफ. प्लस हेतु कुल 18 ग्राम पंचायतों में कार्य किया जा रहा है। जिसमें से 08 ग्राम पंचायतों को ओ.डी.एफ. प्लस घोषित कर सत्यापन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। ओ.डी.एफ. प्लस करने हेतु केन्द्र की मार्गदर्शिका अनुसार 08 बिन्दुओं पर क्रमशः कार्य किया गया है, जिसमें सर्वप्रथम सभी व्यक्तियों हेतु शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित करना, ओ.डी.एफ. स्थायित्व को बनाए रखना, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, सामुदायिक शौचालयों का निर्माण, समस्त शासकीय एवं सार्वजनिक भवनों में शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण परिवेश में स्वच्छता बनाए रखना, प्लास्टिक प्रतिबंध, समस्त ग्रामों के सार्वजनिक स्थानों पर 05 प्रकार के आई.ई.सी. संदेशों का दिवार लेखन किया गया है। स्वच्छाग्राही स्व-सहायता समूहों के माध्यम से घर-घर जाकर कचरा एकत्रीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया है। जिसे सेग्रीगेशन शेड में लाकर वर्गीकृत किया जाता है। जिसे पुनः चक्रण हेतु कबाड़ी के पास बेच दिया जाता है। ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा इस कार्य हेतु ग्राम पंचायतों में स्वच्छता कर एवं यूजर चार्जस प्रारंभ किया गया है। अन्य शासकीय योजनाओं से अभिसरण किया गया है। 15वें वित्त आयोग से भी स्वच्छता हेतु कार्य किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही नरुवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी अंतर्गत समस्त ग्राम पंचायतों में नॉडेप एवं वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है। जिसे गौठान समिति एवं स्व-सहायता समूहों के माध्यम से गोबर खरीदी कर वर्मी कम्पोस्ट के माध्यम से वर्मी खाद बनाया जा रहा है। जिसमें स्व-सहायता समूह की सक्रिय भूमिका निभा रही है। आजीविका के साधन भी बढे हैं। जिला दुर्ग में फिकल स्जल ट्रिटमेंट हेतु एफ.एस.टी.पी. प्लांट निर्माण कार्य पूर्ण कर सफल क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया गया है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत 02 बड़ी चुनौतियां है। पहला सिंगल यूज प्लास्टिक एवं दूसरा सेप्टिक टैंक जिला दुर्ग शहरीकरण के कारण सेप्टिक टैंक का निर्माण अधिक हुआ है। इन चुनौतियों के साथ सभी ग्राम पंचायतों को ओ.डी.एफ. प्लस बनाने हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा हैं।

Related Articles

Back to top button