संयंत्र के सृजनहार कर सकते हैं विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु आवेदन , The creators of the plant can apply for Vishwakarma National Award
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र ने भारत सरकार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा संचालित विष्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार योजना में भाग लेने हेतु परिपत्र जारी किया है। संयंत्र के सृजनशील कार्मिक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यह बता देना लाजमी है कि वर्ष 1966 से अब तक सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के 634 कार्मिक विष्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हैं।
30 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन
विदित हो कि भारत सरकार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा संचालित विष्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार योजना अंतर्गत उन संगठनों जो कारखाना अधिनियम 1948 के अंतर्गत आते हैं, के कार्मिक/कार्मिकों के समूह जिनके सुझाव से उत्पादकता, व्यावसायिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य, पर्यावरण और कार्य परिस्थितियों तथा उत्पाद की गुणवत्ता एवं सुरक्षा में सुधार हुआ हो वे इस पुरस्कार हेतु आवेदन कर सकते हैं। इस हेतु सेल-बीएसपी के पीपी एंड ई विभाग में नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त, 2021 रखी गयी है। जिसे संयंत्र प्रबंधन द्वारा समुचित अनुषंसा के पश्चात श्रम मंत्रालय को 31 अक्टूबर, 2021 तक भेज दिया जाएगा।
आवेदन हेतु पात्रता
विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 के लिए निष्पादन वर्ष 2020 1 जनवरी से 31 दिसम्बर, 2020 माना जाएगा। केवल वर्ष 2020 जनवरी-दिसम्बर, 2020 में दिए गए और कार्यान्वित सुझावों से संबंधित आवेदन पत्रों पर ही विचार किया जाएगा। आवेदन पत्र भेजने वाले संगठन में सुझाव योजना लागू होना अनिवार्य है। साथ ही सुझाव का इस योजना के तहत मूल्यांकन किया गया हो,वही सुझाव इस पुरस्कार हेतु भेजे जा सकेंगे।
अधिकारी नहीं कर सकते आवेदन
यह योजना केवल कामगारों और पर्यवेक्षकों के लिए है। अत: संयंत्र में कार्यरत प्रबंधक/कार्यपालक व्यक्तिगत या संयुक्तरूप से आवेदन नहीं कर सकते हैं।
कार्यान्वित सुझाव से होने वाले लाभ
कार्यान्वित और पुरस्कृत सुझाव से निम्नलिखित में से कोई एक या अधिक लाभ हुआ हो वही सुझाव इस योजना में भेजे जा सकते है। इनमें शामिल है सामग्री रखरखाव, कीमतों में कमी, उत्पादन और सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा व स्वास्थ्य और पर्यावरण और कार्य परिस्थितियों और संयंत्रों/उपकरणों के प्रयोग के क्षेत्र में प्रक्रियाओं, पद्धतियों और विधियों की दक्षता और उत्पादकता में सुधार।
कार्यान्वित सुझावों के परिणाम स्वरूप कच्चे माल और्र इंधन/विद्युत में कमी, माल खराब न करना, श्रम की कीमत में कमी, प्रचालन लागत में कमी, भौतिक और मानसिक तनाव में कमी और अन्य प्रकार के अपषिष्ट में कमी आई हो। इन सुझावों के कार्यान्वित होने पर स्वदेषी संयंत्र/मषीनरी/पुर्जों का प्रयोग हुआ हो, जिससे विदेषी मुद्रा की बचत हुई हो।
पुरस्कार की संख्या व राशि
इसके अंतर्गत 3 वर्ग में कुल 28 पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं जिसमें श्रेणी-क, श्रेणी-ख, श्रेणी-ग में क्रमष: पुरस्कारों की संख्या 05, 08, 15 है तथा इन श्रेणियों में क्रमष: 75000, 50000, 25000 रूपये नगद पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। नगद पुरस्कार के अतिरिक्त विजेताओं को प्रषस्ति पत्र भी दिया जाता है।
एक संस्थान से अधिकतम 10 आवेदन
भारत सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा संचालित इस राष्ट्रीय पुरस्कार योजना के अंतर्गत प्रत्येक कंपनी केवल दस आवेदन ही प्रस्तुत कर सकती है। उल्लेखनीय है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अपने कार्मिकों के सृजनषीलता को मंच देने हेतु सुझाव योजना, क्वालिटी सर्कल तथा लीन क्वालिटी सर्कल जैसे क्रिएटिव मंचों का संचालन करते आ रही है।