तोखन साहू/एक राष्ट्र एक चुनाव से लोकतांत्रिक प्रक्रिया बनेगी मजबूत और पारदर्शी : तोखन साहू

तोखन साहू/एक राष्ट्र एक चुनाव से लोकतांत्रिक प्रक्रिया बनेगी मजबूत और पारदर्शी : तोखन साहू
एक राष्ट्र, एक चुनाव से होगा देश का सर्वांगीण विकास : शिवरतन शर्मा
एक राष्ट्र एक चुनाव से देश व राज्यों की विकास योजनाओं को मिलेगी रफ्तार : कौशिक
एक राष्ट्र-एक चुनाव से देश का समग्र बचत संभव : मुक्ता दुबे
आज बिल्हा विधानसभा अंतर्गत सरगांव में आयोजित “एक राष्ट्र – एक चुनाव” के समर्थन में आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके पर केन्द्रिय राज्य मंत्री तोखन साहू ने संगोष्ठी में कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा को समय और संसाधनों की बचत के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों से सरकारी कार्य प्रभावित होते हैं। एकसाथ चुनाव कराने से लोकतांत्रिक प्रक्रिया मजबूत और पारदर्शी बनेगी। उन्होंने कहा कि जाति-पाति में न बंटकर एकजुट रहने से समाज और देश मजबूत होगा। हर सार्वजनिक और सामाजिक क्षेत्र में विभिन्न सुधारों का कार्य नरेंद्र मोदी ने किया है। शिक्षा नीति में सुधार, स्वास्थ्य में सुधार, देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा में सुधार, तीन तलाक, 500 वर्ष पुराने मुद्दे को सर्व सहमति से दूर हमने किया तो हम अब एक राष्ट्र एक चुनाव कराने में निश्चित ही हम सफल होंगे।
इस अवसर पर पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव से देश का सर्वांगीण विकास होगा और सारे कार्य सुचारू तौर पर चलेंगे। एक राष्ट्र, एक चुनाव से देश में आर्थिक और हर स्तर पर सुधारीकरण होंगे, जिससे देश और लोकतंत्र की नींव मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में एक लाख करोड़ रुपये खर्च हुए। साथ ही, काम के घंटों का भी काफी नुकसान होता है। देश में हर पांच वर्ष में 1012 दिनों तक आचारसंहित लागू रहती है, जिससे काम का नुकसान होता है। यह एक गंभीर विषय है, जिसपर पक्ष और विपक्ष के बीच चर्चा होनी चाहिए, जिससे सही निर्णय लिया जा सके। उन्होंने कहा कि देश में राजनीतिक स्थिरता और विकसित भारत के निर्माण हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूरदर्शी विजन है। जिसे साकार करने की दिशा में यह संवाद अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमे चुनाव में सुधार की आवश्यकता है।
इस अवसर पर पूर्व विधानाभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव विभिन्न दृष्टिकोण से देशहित व जनहित के लिए आवश्यक है। इससे देश भर में बार बार हो रहे चुनावों के कारण होने वाले व्यय में कमी तो आएगी हीं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अलग अलग समय पर कोई ना कोई चुनाव होते रहने से आदर्श आचार संहिता के कारण विकासत्मक परियोजनों में होने वाले विलम्ब से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रहित में यह विधान लागू करना चाहते हैं। उन्होंने सभी देशवासियों से वन नेशन वन इलेक्शन के विधान को लागू कराने के लिए भाजपा को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश की जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पूरा सहयोग समर्थन मिल रहा है। आज इतनी बड़ी संख्या में लोग यहां उपस्थित हैं ये उस समर्थन का एक नमूना है।
इस मौके पर मुक्ता दुबे शिक्षाविद, सेवा निवृत्त प्राचार्या अपनी परिकल्पना में कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा से देश का समग्र विकास संभव है। इसका मतलब केवल आर्थिक ढांचागत बचत होगी, बल्कि प्रशासनिक कार्य भी अधिक श्रमिक रूप से संचालित हो। उन्होंने बताया कि साल 2024 के चुनाव में करीब एक लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके साथ ही काम के घंटे और स्मारकों के दस्तावेज भी प्रभावित हुए हैं। देश में हर पांच साल में औसतन 1012 दिन तक आचार संहिता लागू रहती है, जिससे विकास कार्य की गति प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कहा कि विश्व के विकसित देश को देखेंगे तो वहां एक राष्ट्र एक निर्वाचन प्रक्रिया लागू है. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इजरायल समेत कई यूरोपीय देश में वन नेशन वन इलेक्शन से चल रहा है. भारत विकासशील से विकसित देश की ओर जा रहा है. ऐसे में हमें भी वन नेशन वन इलेक्शन में जाना चाहिए. इसे सारी बाधाओं को दूर करते हुए यथाशीघ्र लागू करना चाहिए. इन्होंने यह भी कहा कि बाधाएं आती रहेंगी लेकिन आज यह देश की मांग है। इस कार्यक्रम में विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले जी, प्रदेश उपाध्यक्ष अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण के अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सवन्नी जी, मुंगेली भाजपा अध्यक्ष श्री दीनानाथ केशवानी जी, शिक्षाविद् डॉ. मुक्ता दुबे जी, जिले, मंडल और मोर्चा प्रकोष्ठों के पदाधिकारीगण तथा अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।