छत्तीसगढ़

बिजली की दरों में वृद्धि कर राज्य सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया-योगेश तिवारी

जिले में अघोषित बिजली कटौती से हर वर्ग परेशान, अब बिजली की दर महंगी होने से उपभोक्ताओं को दोहरी मार पड़ेगी

बेमतरा:- जिले में अघोषित बिजली कटौती से हर वर्ग परेशान है । अब बिजली की दर महंगी होने से उपभोक्ताओं को दोहरी मार पड़ेगी । किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि प्रदेश में सस्ती बिजली उपलब्ध कराने का दंभ भरने वाली कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है । सरप्लस बिजली होने के बावजूद लगातार बिजली कटौती की जा रही है । इससे सरकार की नीति और नियत दोनों उजागर हो रही है । अब नए टैरिफ में हर वर्ग को महंगी बिजली का झटका लगा है । इसमें सबसे ज्यादा कीमत घरेलू वर्ग की बढ़ी है। जहां सौ और दो सौ यूनिट तक में 20 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा किया गया है । वहीं 201 से 400 यूनिट तक 30 पैसे यूनिट कीमत बढ़ाई गई है। सबसे ज्यादा कीमत में इजाफा 401 से 600 यूनिट में 70 पैसे बढ़ी है। 601 यूनिट से ज्यादा की खपत पर 50 पैसे प्रति यूनिट कीमत बढ़ी है। गैर घरेलू वर्ग में 15 से 30 पैसे, कृषि पंपों में 50 पैसे, कृषि संबंधी कार्यों के अलग-अलग वर्ग में 10 से 50 पैसे का इजाफा किया गया है। लघु उद्योगों में आटा चक्की और अन्य उद्योगों में 25 से 50 पैसे प्रति यूनिट कीमत बढ़ाई गई है। एलटी के बाद एचटी वर्ग में रेलवे की बिजली के टैरिफ में 20 पैसों का इजाफा किया गया है। माइंस वालों का टैरिफ 11 केवीए से 220 केवीए तक 60 पैसा, अन्य उद्योगाें में 39 से 44 पैसा, स्टील उद्योग में 25 से 60 पैसा प्रति यूनिट का इजाफा किया गया है। स्टील उद्योग में लोड फेक्टर की वर्तमान सुविधा को 63 प्रतिशत से बढ़ाकर 70 प्रतिशत कर दिया गया है ।

 

 

 

राज्य सरकार की विफलता का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा

 

 

 

राज्य सरकार की विफलता का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है ।  राज्य सरकार के द्वारा हजारों करोड़ रुपए कर्ज लिया जा रहा है, नतीजतन प्रदेश की जनता पर कर्ज बढ़ता जा रहा है ।अब बिजली की दरों में वृद्धि कर राज्य सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है । प्रदेश सरकार जनता से किए वादों को पूरा करने में नाकाम रही है । बिजली बिल हाफ़ का वादा पूरा करना तो दूर गरीबों को लाखों रुपए बिजली बिल थमाया जा रहा है ।  बार-बार शिकायत के बावजूद इन बिजली के बिल में कोई रियायत नहीं की जा रही है । बिजली कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा गरीब उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है ।  अब बिजली की दरें बढ़ी नहीं होने से आम उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ेगी

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