नरवा अभियान के तहत हरि नाला के उपचार से ग्रामीणों को मिलने लगा पानीInstructed to conduct DNA test of girl child for refusing to accept wife Villagers started getting water due to the treatment of Hari Nala under Narva Abhiyan
नरवा अभियान के तहत हरि नाला के उपचार से ग्रामीणों को मिलने लगा पानी
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से हुए जल संरक्षण के कारण सिंचाई सुविधाओं का हुआ विस्तार
कवर्धा, 03 अगस्त 2021। नरवा अभियान के तहत ग्राम पंचायत बिरकोना विकासखंड पंडरिया में कराए जा रहे नरवा उपचार के कार्य से जल संरक्षण सह जल संवर्धन एवं मृदा संरक्षण के कार्य का परिणाम दिखने लगा है। ग्राम पंचायत बिरकोना, मोतीपुर एवं मुनमुना में बहने वाला हरि नाला की कुल लंबाई 16.30 किलोमीटर है। जिसमें 5.20 किलोमीटर वन क्षेत्र एवं 11.10 किलोमीटर राजस्व क्षेत्र शामिल है। हरि नाला में ग्राम पंचायत बिरकोना द्वारा बनाए गए गेबियन सरंचना निर्माण से पानी रुकने लगा है जिसके कारण आसपास के क्षेत्रों में सिंचाई का साधन ग्रामीणों को उपलब्ध हो रहा है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के द्वारा ग्राम पंचायत बिरकोना में नरवा अभियान के तहत वर्तमान में तीन गेबियन संरचना का निर्माण किया गया है। इन कार्यों से स्थानीय ग्रामीणों को 447 मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराते हुए 84 हजार 4 सौ 44 रुपए का मजदूरी भुगतान एवं 2 लाख 68 हजार 9 सौ रुपए का सामग्री भुगतान किया गया है। ग्राम बिरकोना के हरि नाला में पानी रोकने के उद्देश्य से बने गेबियन संरचना में वर्तमान में ढाई से तीन फीट पानी नाले में भरा है जो कि पहले कभी नहीं हुआ करता था। नाले में पानी रुक जाने से आसपास क्षेत्र के लगभग 10 हेक्टेयर से अधिक भूमि में सिंचाई सुविधा का विस्तार हुआ है।
हरि नाला को सिंचाई हेतु उपचारित करने के संबंध में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि हरि नाला में आने वाले 4 ग्रामों में 71 कार्यों को किये जाने का प्रस्ताव है जिसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से किया जाएगा। पानी रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों से गेबियन संरचना, लूस बोल्डर चेक डैम, गली प्लग एवं डाइक जैसे कार्य शामिल है। इन कार्यों से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार का अवसर मिलेगा साथ ही नाले का पानी सिंचाई के लिए उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि कुल 16.30 किलोमीटर लंबे इस नाले में कार्य हो जाने से लगभग 1095 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा जो स्थानीय ग्रामीणों को दो फसल लिए लेने में मददगार सिद्ध होगा। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी के विकास का अभियान चलाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों को विकसित कर ग्रामीणों के आय के साधनों में वृद्धि किया जा सके। इसी क्रम में कबीरधाम जिले के विभिन्न नालों का उपचार कर सिंचाई का साधन बढ़ाए जाने के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना से अनेक कार्य कराए जा रहे हैं। इन कार्यो से ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार का अवसर मिल रहा है साथ ही जल संरक्षण भी हो रहा है।