गांधी के पदचिह्नों पर ही देश आगे बढ़ सकता है-जमील असहयोग आंदोलन की 101वीं वर्षगांठ पर हुआ वैचारिक आयोजन
भिलाई/ लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान, आचार्य नरेंद्रदेव स्मृति जन अधिकार अभियान समिति, चंद्रशेखर फाउंडेशन एवं समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर के संयुक्त तत्वावधान में देश की आजादी के संघर्ष में महात्मा गांधी के नेतृत्व में मील का पत्थर रहे असहयोग आंदोलन की 101 वीं जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के तौर पर अधिवक्ता जमील अहमद ने कहा कि महात्मा गांधी के पदचिह्नों पर चल कर रही देश आगे बढ़ सकता है। आज भी उनके सिद्धांतों को आत्मसात करने की जरूरत है। इन दिनों आम आदमी सड़क पर आ गया है। ऐसे लोगों को उपर उठाने की दिशा में पहल की जानी चाहिए।
सजपा नेता अब्दुल फरीद ने कहा कि वर्तमान सरकार महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलने का दंभ तो भरती है किंतु सरकार के कुछ लोग गांधी विरोधी हैं। उन्होंने पेगासस मामले की निंदा की और इसे राष्ट्रीय आचरण के विरुद्ध निरुपित किया। पत्रकार-लेखक विक्रम जनबंधु ने कहा कि असहयोग आंदोलन की शुरूआत तो उसी दिन हो गई थी,जिस दिन गांधी को रेलवे टीटीई ने ट्रेन के फस्र्ट क्लास से नीचे फेंक दिया था। असहयोग आंदोलन के रास्ते ही आजादी के संघर्ष को नया आया मिला था।
अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्था के अध्यक्ष व आयोजक आर पी शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सत्ता प्राप्ति के लिए किसान, उद्योग एवं जनमानस के विकास को रेखांकित करने वाले आंदोलन को ध्वस्त कर दिया गया। संसद में जनहित के मुद्दों को उठाने वालों की आवाज दबाई जा रही है। धर्म के नाम पर सत्ता तो लाई जा सकती है लेकिन चलाई नहीं जा सकती।
सभा को त्रिलोक मिश्रा, सहदेव देशमुख, जयराम पासी व राजकुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर लोकमंजरी के संस्थापक अध्यक्ष पुन्नु यादव,नंद किशोर साहू, मदन प्रसाद, एलके वर्मा, कपिल देव प्रसाद, अरविंद कुमार, नागेंद्र कुमार और धीरेंद्र साहू सहित अन्य उपस्थित थे। अंत में उपस्थित लोगों ने चंदूलाल स्मृति चिकित्सालय के अधिग्रहण के लिए राज्य की भूपेश बघेल सरकार को बधाई दी गई।