रिसाली को अलग नगर निगम बनाने आज महापौर परिषद लगायेगी मुहर
गृहमंत्री ताम्रध्वज के चुनावी घोषणा को पूरा करने कवायद शुरू
दुर्ग। समय और जनसंख्या वृद्धि के बाद अब तक जिले में दुर्ग, भिलाई एवं भिलाईतीन चरोदा नगर निगम अस्तित्व में आ गया है और अब भिलाई निगम से ही कट कर चौथ नगर निगम अस्तित्व में आ रहा है, यह चौथा नगर निगम भिलाई के रिसाली जोन बनने जा रहा है। रिसाली निगम में समीप के डूमरडीह ग्राम पंचायत को शामिल किया जा रहा है। रिसाली जोन में 12 वार्ड समाहित है। इन्ही 12 वार्डों के साथ ही समीप के डूमरडीह ग्राम पंचायत को मिलाकर रिसाली नगर निगम गठन की तैयारी है। रिसाली जोन में शामिल 12 वार्ड की कुल आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर 99 हजार 720 है जबकि नगर निगम के लिए 1 लाख आबादी होन आवश्यक है जो कि रिसाली जोन में आने वाला यह आबादी एक लाख से मात्र 280 ही कम है। इसका अस्तित्व में आने का मुख्य कारण है गृहमंत्री एवं दुर्ग ग्रामीण विधायक ताम्रध्वज साहू, क्योंकि इन्होंने अपने चुनावी घोषणा में रिसाली को अलग नगर निगम का दर्जा दिये जाने की बात कही थी। उसी के आधार पर रिसाली को नगर निगम बनाये जाने की कवायद शुरू हो चुकी है।
निगम के लिए एक लाख आबादी से कम होने की कमी डूमरडीह पंचायत से पूरी होगी जिसकी आबादी 2027 है। इस तरह से एक लाख की आबादी का नियम पूरा होने से रिसाली निगम के गठन में कोई अड़चन नहीं रहेगी। नगर निगम भिलाई के महापौर परिषद की बैठक 3 जुलाई को पूर्वान्ह 11 बजे आहूत की गई है। इस बैठक में वैसे तो विकास और जनहित से जुड़े प्रस्ताव भी लाए जाएंगे। लेकिन इनमें सबसे अहम प्रस्ताव रिसाली को अलग नगर निगम बनाने का है। बिना किसी अवरोध के महापौर परिषद में इस प्रस्ताव का पारित होना तय माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भिलाई नगर निगम में कांग्रेस का कब्जा है। महापौर देवेन्द्र यादव विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक भी बन चुके हैं। रिसाली निगम के लिए प्रस्तावित 12 वार्ड दुर्ग ग्रामीण विधानसभा का हिस्सा है, जहां के विधायक ताम्रध्वज साहू प्रदेश सरकार में मंत्री है। मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियां स्वत: ही भिलाई निगम के विभाजन से रिसाली के रूप में नया नगर निगम बनाने की राह को अनुकूल बना रहा है। ऐसे में जरुरी प्रशासनिक औपचारिकताओं के बाद रिसाली नगर निगम के अस्तित्व में आने को लेकर कोई शंका-कुशंका नहीं रह गई है।
गृहमंत्री साहू की है चुनावी घोषणा
रिसाली नगर निगम का गठन प्रदेश के गृहमंत्री व दुर्ग ग्रामीण के विधायक ताम्रध्वज साहू का ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। श्री साहू ने विधानसभा चुनाव के दौरान रिसाली के दशहरा मैदान में आयोजित आमसभा के दौरान भिलाई निगम से अलग एक और निगम बनाने का वायदा अपनी सरकार आने की स्थिति में किया था। बताते हैं सरकार बनते ही प्राथमिकता के साथ मंत्री साहू ने रिसाली निगम के गठन की प्रशासनिक कवायद को अंजाम देने का निर्देश अधिकारियों को दे दिया था। अंतत: कल महापौर परिषद में इस संबंध में प्रस्ताव लाया जा रहा है।
पहली बार भिलाई-3 हुआ था अलग
भिलाई नगर निगम का पहले भी एक बार बंटवारा हो चुका है। साडा भंग कर 1999 में भिलाई नगर निगम का गठन किया गया तो इसमें भिलाई-3 को भी शामिल रखा गया था। जबकि साडा के अधीन रहे जामुल, चरोदा और कुम्हारी को स्वतंत्र नगर पंचायत बनाये जाने की घोषणा कागजी तौर पर हुई थी। चरोदा को स्वतंत्र नगर पंचायत तथा भिलाई-3 को सडक के दोनों ओर दो वार्ड बनाकर भिलाई निगम में रखे जाने का विरोध हुआ। अंतत: भिलाई नगर निगम से भिलाई-3 को अलग करके भिलाई चरोदा को मिलाकर स्वतंत्र नगर पालिका परिषद का गठन किया गया।