शंकराचार्य महाविद्यालय में मनाई गई हिंदी विभाग के कथाकार प्रेमचंद की जयंती Hindi Department’s story writer Premchand’s birth anniversary celebrated in Shankaracharya Mahavidyalaya
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भिलाई/ शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई में आज हिंदी विभाग द्वारा प्रेमचंद जयंती का आयोजन ऑनलाइन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने हिस्सा में लिया एवं प्रेमचंद की जीवन की घटनाओं को पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष अध्यक्ष डॉ अर्चना झा ने प्रेमचंद के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला एवं विद्यार्थियों को बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए कितना उपयोगी है। साहित्य के अर्थ को विद्यार्थियों को गहराई पूर्वक साझा भी किया। महाविद्यालय में अध्ययनरत एम. ए. (अंग्रेजी )चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा नेहा राजपूत ने मुंशी प्रेमचंद जी की जीवन को अत्याधिक गूढ़ता से समझाया। उन्होंने बताया कि मुंशी प्रेमचंद जी हिंदी के साहित्य सम्राट थे। उनकी कहानियों एवं उपन्यासों से अंग्रेजी साहित्य के लेखक भी प्रभावित थे एवं वे प्रेमचंद जी को अपना आदर्श मानते थे एवं उनकी रचनाओं को अंग्रेजी भाषा में अनुवादित भी करते थे। नेहा ने आर के नारायण एवं मुल्क राज आनंद का नाम विशेष रूप से उल्लेखित किया और बताया कि अंग्रेजी के लेखक होने के बावजूद इन लोगों ने मुंशी प्रेमचंद जी की रचनाओं से प्रभावित हुए। यह दोनों लेखक भारतीय लेखक थे।
महाविद्यालय के शिक्षा विभाग की चौथे सेमेस्टर की छात्रा शुब्रा गंधर्व ने भी प्रेमचंद जी की बारे में अपने विचार व्यक्त किए। शुभ्रा ने प्रेमचंद जी की कहानी कफन, गोदान ,बड़े घर की बेटी और कई कहानियों का जिक्र किया जिन के रचयिता मुंशी प्रेमचंद जी हैं। कार्यक्रम के अंत में हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अर्चना झा ने विद्यार्थियों को प्रेमचंद जी के जीवन के अनछुए पहलुओं पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन का यथार्थ चित्रण हमें प्रेमचंद जी से बेहतर और कोई भी साहित्यकार नहीं बता सकता।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह जी ने हिंदी विभाग को शुभकामनाएं देते हुए विद्यार्थियों को आशीर्वचन दिया। एवं भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजन करते रहने के लिए प्रेरित किया। उक्त कार्यक्रम के संबंध में महाविद्यालय की अतिरिक्त निदेशक डॉक्टर जे .दुर्गा प्रसाद राव ने हिंदी विभाग को इस कार्यक्रम की सफलता हेतु बधाई दी।