शराबियों से परेशान छात्राओं ने जनदर्शन में गुहार लगाई, छात्राओ ने कहा अगर शराब दुकान नहीं हटाई गई तो छोड़ देंगे स्कूल आना
राजनांदगांव। पढ़ाई के दौरान बीच में ही छात्र-छात्राओं द्वारा स्कूल छोड़ देना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन कर सामने आ रहा है. जहां शाला त्यागी बच्चों को वापस स्कूल पहुंचाना सरकार के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है वहीं अब शराब दुकानों की वजह से छात्रों ने अपनी पढ़ाई छोड़ने की चेतावनी सरकार को दी है. राजधानी रायपुर के बाद अब राजनांदगांव जिले के छात्र-छात्राओं ने शराब दुकान के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है. छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर शराब दुकान नहीं हटाई गई तो वे स्कूल आना बंद कर देंगे.
खैरागढ़ ब्लाक स्थित मुढीपार के माध्यमिक स्कूल की छात्राओ ने कलेक्टर जनदर्शन मे स्कूल के सामने संचालित शासकीय शराब दुकान को हटाने की गुहार लगाई है. छात्राओं का कहना है कि स्कूल के ठीक सामने एक शराब दुकान के संचालन से वहां शराबियों का जमावाड़ा लगा रहता है. जिसकी वजह से वहां का माहौल रोज खराब हो रहा है और वे असहज महसूस कर रही हैं.
माध्यमिक शाला मे 150 बच्चे अध्ययनरत हैं वही 281 बच्चो की दर्ज संख्या वाले प्राथमिक शाला के ठीक सामने शासकीय शराब दुकान संचालित है. यहां पर दिनभर शराबियों का मजमा लगा रहता है. शराब लेने आने वालों की भीड़ के साथ ही यहीं पर शराब नोशी भी की जाती है. इन सबके बीच महिलाओं, युवतियों के साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं को यहां से प्रतिदिन गुजरना पड़ता है. शराबियों के द्वारा कई बार यहां लड़ाई-झगड़ों के अलावा गुजरने वाले लोगों के साथ छींटाकशी और फब्तियां भी कसी जाती है. छात्र-छात्राओं को आए दिन ऐसी ही शर्मनाक स्थितियों का यहां पर सामना करना पड़ता है.
सोमवार को लगने वाले कलेक्टर जनदर्शन में छात्र-छात्राओं ने पहुंच कर कलेक्टर से शराब दुकान को किसी अन्य जगह स्थानान्तरित करने की गुहार लगाते हुए ज्ञापन सौंपा है. छात्रों के साथ ही गांव के पंच-सरपंच भी कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. छात्राओं का कहना है कि स्कूल के ठीक सामने महज 50 मीटर पर शराब दुकान संचालित है ऐसे मे स्कूली बच्चो के अलावा ग्रामीणो की आवाजाही मे परेशानी होती है पूर्व में पिछली सरकार के दौरान इसकी कई बार शिकायत की गई है लेकिन उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. छात्राओं ने शराब दुकान नहीं हटाने पर स्कूल नहीं आने की चेतावनी दी है.
इधर अपर कलेक्टर मोटवानी ने जिला शिक्षा अधिकारी और आबकारी को मौका मुआयना करने का निर्देश दिया है और अन्य जगह चयन कर शराब दुकान संचालित करने का निर्देशित किया है.