जांजगीर चाम्पा जिले के अकलतरा व नवागढ ब्लाक मे फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी कर रहे है कई शिक्षक कोई कान से भैरा बना है तो कोई बना फर्जी विकलांग ,जांच नही होने से बेखौफ है कर्मचारी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही मे फर्जी जाती प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे कर्मचारियो की जांच करने का आदेश दिया है जिससे फर्जी प्रमाण पत्रो के आधार पर नौकरी कर रहे फर्जी विकलांगो मे नौकरी छिन जाने का खौफ छाया हुआ है जांजगीर चाम्पा जिले की बात करे तो यहां अकलतरा व नवागढ ब्लाक मे सैकडो शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने कर्मचारी है जो फर्जी विकलांग बनकर नौकरी कर रहे है कोइ कान से भैरा बन कर नौकरी कर रहा तो कोइ हाथ व पैर से विकलांग बनकर शासन की नौकरी कर शासन को ही करोडो का चूना लगाने मे लगा हुआ है जांजगीर चाम्पा मे शिक्षा विभाग के व्दारा आज तक इन फर्जी दिव्यांगो पर किसी भी प्रकार की जांच या कार्यवाही नही किया गया है जिससे ये बेखौफ होकर जिले के विभिन्न हाई,हायर,व मिडिल प्राथमिक शालाओ मे अपनी सेवा दे रहे है ताज्जुब तो इस बात से है की कई फर्जी पडोसी जिले बिलासपुर कोरबा से भी है जो जांजगीर जिले मे नियुक्ति लिए बैठे है क्योकि सभी को जांजगीर जिले के शिक्षा विभाग के बारे मे पता है की यहां फर्जीवाडा आम बात है ना तो जांच होता है और ना ही किसी प्रकार की कोइ कार्यवाही फर्जी करने वालो पर ही किया जाता है कुल मिलाकर फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वालो के लिए छत्तीसगढ के सीएम भूपेश बघेल ने कडा रूख अपनाया है जिससे देखना है अब जांजगीरचाम्पा जिले का शिक्षा विभाग कैसे इन फर्जी प्रमाण पत्र वालो की जांच करता है