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अजब घटना-जब गिरा हुआ पेड़ अचानक खड़ा हो गया

विदिशा, मध्य प्रदेश. यहां के एक गांव में मौजूद दशकों पुराना पेड़ कौतुहल का विषय बना हुआ है। 2 महीने पहले यहां आई तेज आंधी में यह बूढ़ा और कमजोर पेड़ गिर गया था। लेकिन पिछले दिनों यह अचानक सीधा खड़ा हो गया। इसके बाद वहां लोगों की जमघट जुटने लगा। प्रशासन ने एक तकनीकी टीम वहां पहुंचाई। उनका मानना है कि यह एक भौतिक घटना है। संभवत: उसकी डालियां कटने से जड़ों का वजन कम हो गया होगा, जिससे वो सीधा हो गया। यानी तनों का भार एक तरफ होने से झुका हुआ पेड़ तनकर सीधा हो गया। इस बीच लोगों को वहां जाने से रोकने प्रशासन ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दरअसल, कोरोना के मद्देनजर भी यह निर्णय सुनना पड़ा है। यह पेड़ विदिशा जिले के छपारा गांव स्थित देवी माता मंदिर परिसर में लगा हुआ है।

गिरने के बाद दुबारा खड़े हुए पेड़ की जांच करने पहुंचे तकनीकी दलों ने माना कि 2 महीने पहले पेड़ वहां मौजूद 4 फीट ऊंची दीवार पर गिरा था। इसके बाद करीब 1 फीट दीवार टूट गई। पेड़ की ऊंचाई करीब 12 फीट है। जड़ से दीवार तक पेड़ की लंबाई यही कोई 7 फीट होगी। ऐसे में जड़ से दीवार तक पेड़ 30 डिग्री में झुका होगा। चूंकि लोगों ने पेड़ की डालियां काट लीं। इससे जड़ का वजन तनों से ज्यादा हो गया। लिहाजा गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पेड़ सीधा खड़ा हो गया।
इस बीच गांव के लोग पेड़ की पूजा-अर्चना करने पहुंचने लगे। दूसरे गांवों को भी इसकी खबर लगी, तो वहां से भी लोग आने लगे। लोगों का कहना है कि यह पेड़ बहुत पुराना है। मंदिर में लगे होने से इस पीपल के पेड़ की लोग पहले से ही पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। अब इसमें आस्था और बढ़ गई है।

विदिशा, मध्य प्रदेश. यहां के एक गांव में मौजूद दशकों पुराना पेड़ कौतुहल का विषय बना हुआ है। 2 महीने पहले यहां आई तेज आंधी में यह बूढ़ा और कमजोर पेड़ गिर गया था। लेकिन पिछले दिनों यह अचानक सीधा खड़ा हो गया। इसके बाद वहां लोगों की जमघट जुटने लगा। प्रशासन ने एक तकनीकी टीम वहां पहुंचाई। उनका मानना है कि यह एक भौतिक घटना है। संभवत: उसकी डालियां कटने से जड़ों का वजन कम हो गया होगा, जिससे वो सीधा हो गया। यानी तनों का भार एक तरफ होने से झुका हुआ पेड़ तनकर सीधा हो गया। इस बीच लोगों को वहां जाने से रोकने प्रशासन ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दरअसल, कोरोना के मद्देनजर भी यह निर्णय सुनना पड़ा है। यह पेड़ विदिशा जिले के छपारा गांव स्थित देवी माता मंदिर परिसर में लगा हुआ है।

गिरने के बाद दुबारा खड़े हुए पेड़ की जांच करने पहुंचे तकनीकी दलों ने माना कि 2 महीने पहले पेड़ वहां मौजूद 4 फीट ऊंची दीवार पर गिरा था। इसके बाद करीब 1 फीट दीवार टूट गई। पेड़ की ऊंचाई करीब 12 फीट है। जड़ से दीवार तक पेड़ की लंबाई यही कोई 7 फीट होगी। ऐसे में जड़ से दीवार तक पेड़ 30 डिग्री में झुका होगा। चूंकि लोगों ने पेड़ की डालियां काट लीं। इससे जड़ का वजन तनों से ज्यादा हो गया। लिहाजा गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पेड़ सीधा खड़ा हो गया।
इस बीच गांव के लोग पेड़ की पूजा-अर्चना करने पहुंचने लगे। दूसरे गांवों को भी इसकी खबर लगी, तो वहां से भी लोग आने लगे। लोगों का कहना है कि यह पेड़ बहुत पुराना है। मंदिर में लगे होने से इस पीपल के पेड़ की लोग पहले से ही पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। अब इसमें आस्था और बढ़ गई है।

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