भंडार गृह निगम अध्यक्ष वोरा पहुंचे महासमुंद, कांग्रेसियों ने किया स्वागत Warehousing Corporation President Vora reached Mahasamund, Congressmen welcomed
दुर्ग/ छत्तीसगढ़ राज्य भंडारगृह निगम के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने सोमवार को महासमुंद पहुंचे। इस दौरान वहां के कांग्रेसियों ने वोरा का जोरदार स्वागत किया। अध्यक्ष अरूण वोरा इस दौरान महासमुंद स्थित राज्य भंडारगृह निगम के 49960 एमटी के गोदाम का निरीक्षण किया। साफ सफाई एवं फ्यूमिगेशन का जायजा लेने के अलावा वोरा ने पीडीएस एवं फोर्टिफाइड चावलों का क्वालिटी परीक्षण भी किया।
शाखा प्रबंधक आर एस नयन ने अध्यक्ष वोरा को बताया कि महासमुंद ब्रांच की यूटिलाइजेशन 100 फीसदी होने के कारण भंडारगृह की स्वनिर्मित क्षमता के 49960 एमटी के गोदाम के अलावा 1875 एमटी का गोदाम किराए से भी लिया गया है जिससे कुल क्षमता बढ़कर 51 हजार एमटी की हो चुकी है जिसमें से 20 हजार एमटी पीडीएस एवं बाकी की क्षमता का उपयोग केंद्रीय पूल के लिए किया जा रहा है। कर्मचारियों ने पॉवर स्प्रेयर एवं संस्था के संचालन के लिए इम्प्रेस्ट राशि मे वृद्धि की मांग की जिसपर अध्यक्ष वोरा ने उन्हें शीघ्र कार्यवाही करने हेतु आश्वस्त किया। केबिनेट दर्जा मिलने के बाद महासमुंद पहुंचने पर युवक कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस द्वारा भी विधायक वोरा का कई स्थानों पर जोरदार स्वागत किया गया। प्रवास के दौरान वोरा ने विधायक एवं संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर, पूर्व विधायक एवं छत्तीसगढ़ बीज विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेसी अग्नि चंद्राकर एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर के एवं प्रकाश राव साकरकर के निवास जा कर उनसे मुलाकात भी की। क्षेत्र के नेताओं से चर्चा करते हुए वोरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ग्रामीण के साथ साथ शहरी क्षेत्रों के लिए भी अभूतपूर्व विकास कार्य एवं नवाचारी योजनाएँ ला रही है जिसके अधिक प्रचार प्रसार की आवश्यकता है।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए विगत एक वर्ष की उपलब्धि बताते हुए कहा कि भंडारगृह की क्षमता बढ़ाने की दिशा में लगातार काम हो रहा है जिसके लिए पुराने गोदामों के संधारण के साथ ही नवीन गोदामों का निर्माण कार्य भी तेजी से जारी है। खाद्य पदार्थों की जांच में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 14 करोड़ की लागत से नवा रायपुर में मध्य भारत का पहला फ़ूड टेस्टिंग लैब स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा दूरस्थ क्षेत्रों में समय पर पीडीएस राशन उपलब्ध करवाने प्रदेश भर में 1500 दुकान सह गोदामों का भी निर्माण स्वीकृत किया गया है।