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बैंक संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण से अपने दायित्वों का निर्वहन करें- कलेक्टर, ग्रामीण क्षेत्रों के आवेदकों को  बैंक सुविधा का लाभ प्राथमिकता से  दिलाने  के निर्देश, जिला स्तरीय परामर्शदात्री,पुनर्विक्षा समिति की बैठक संपन्न

जांजगीर-चांपा -कलेक्टर  जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने आज जिला स्तरीय परामर्शदात्री,पुनर्विक्षा समिति की बैठक में बैंक प्रतिनिधियों से कहा कि बैंक ऋण की स्वीकृति  में ग्राहकों का सहयोग करें। पात्र हितग्राहियों को ऋण सरल व सहजता से मिल सके, हितग्राहियों को ऋण के लिए बैंक के चक्कर न लगाना पड़े। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी शासकीय योजनाओं के तहत विभागों से प्रेषित प्रकरणों को प्राथमिकता के समय-सीमा में निराकृत करें। ग्रामीण क्षेत्रों मे भी लोगों को बैंक सुविधा का लाभ सहजता से मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
      कलेक्टर ने कहा कि बैंक व्यावसायिकता के साथ-साथ संवेदनशील औ मानवीय दृष्टिकोण से भी कार्य करें। श्री शुक्ला ने कहा कि  प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना के तहत प्रीमियम पटाने वाले ग्राहकों की मृत्यु होने की दशा में उन्हें दावा भुगतान दिलाने में उनके परिजनों की मदद करें। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से मृतकों की संख्या में वृद्धि हुई है, ऐसी दशा में बीमीत ग्राहकों के परिजनों को बीमा दावा का लाभ दिलाने में बैक आगे आएं। कलेक्टर ने बैंक खाताधारक और एटीएम धारकों को मिलने वाली सुविधाओं के प्रचार-प्रसार के लिए वित्तीय साक्षरता व बैक डिजीटलीकरण के लिए कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिए।  
     कलेक्टर ने कहा कि जांजगीर-चांपा कृषि प्रधान जिला है, केसीसी बनाने और कृषि ऋण स्वीकृत करने में किसानों से सहयोगात्मक व्यवहार करें। किसानो को किसी प्रकार की परेशानी नही होनी चाहिए। फार्म जमा करते समय चेक लिस्ट के अनुसार दस्तावेजों  का परीक्षण किया जाय। साथ ही बैंक शाखाओं में ऋण प्रक्रिया की जानकारी एवं संबंधित अधिकारी का मोंबाईल नंबर भी फ्लेक्स आदि के माध्यम से प्रदर्शित करें। कलेक्टर ने कहा कि केसीसी बनाने एवं ऋण स्वीकृति के लिए शिविर आयोजित किया जाय। इसमें कृषि, उद्यान, वेटनरी, मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी एवं महिला स्व-सहायता समूहों को भी शिविर में आमंत्रित करें। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों द्वारा जमा की गई प्रीमियम की राशि संबंधित बीमा कम्पनी को निर्धारित समयावधि में अवश्य जमा करें। उन्होंने केसीसी बनाने के लिए लंबित आवेदनों का पात्रता अनुसार शीघ्र निराकरण की कार्रवाई के निर्देश दिए।  
      बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन, जिला व्यपार एवं उद्योग केन्द्र, एनआरएलएम, एनयूएलएम, आदिवासी स्वरोजगार की ऋण योजनाओं के तहत विभागों द्वारा प्रेषित प्रकरणों और बैक ऋण स्वीकृति की समीक्षा की गई।
      बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर, लीड बैंक अधिकारी सहित विभिन्न बैंक शाखाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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