संयंत्र बिरादरी ने राष्ट्रीय स्तर पर जमाई धाक
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जी पी सिंह और जमील अहमद के इनोवेटिव कार्य को मिला पेटेंट
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ईडी श्री सिंह ने किया सम्मानित दोनो को सम्मानित
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन के के सिंह ने इन्स्ट्रूमेंटेशन विभाग के उप महाप्रबंधक जी पी सिंह एवं तकनीशियन जमील अहमद को उनके नवोन्मेषी कार्य के लिए प्राप्त हुए पेटेंट हेतु प्रमाणपत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
ज्ञातव्य हो कि भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्मिकों ने अपनी सृजनशीलता व इनोवेटिव मॉडिफिकेशन से राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी धाक जमाई है। संयंत्र के विभिन्न विभागों के कार्मिकों ने अपने-अपने विभाग में किए गए इनोवेटिव मॉडिफिकेशन को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत कर भिलाई का नाम रोशन किया। यह गौरव की बात है कि अब तक संयंत्र के कई क्रिएटिविटी कार्यों को पेटेन्ट प्राप्त हो चुका है। इसके अतिरिक्त संयंत्र के विभिन्न इनोवेटिव कार्यों की कॉपीराईट मिल चुकी है।
इसी क्रम में संयंत्र के इन्स्ट्रूमेंटेशन विभाग के जी पी सिंह की टीम ने डिजाइन ऑफ यूनीडाइरेक्शनल इलेक्ट्रो-काइनेमेटिक्स लेवेल सेंसर सिस्टम फॉर क्रिटिकल युज़ एट हाई टेम्पे्रचर मूविंग-सॉलिड लेवेल मेजरिंग एप्लीकेशन हेतु पेटेन्ट प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर झंडे गाड़े। संयंत्र के इस सृजनशील टीम में शामिल हैं इन्स्ट्रूमेंटेशन विभाग के उप महाप्रबंधक जी पी सिंह एवं तकनीशियन जमील अहमद।
सृजनशीलता को मिला पेटेन्ट
इन्स्ट्रूमेंटेशन विभाग के उप महाप्रबंधकजी पी सिंह एवं तकनीशियन जमील अहमद की टीम ने भिलाई इस्पात संयंत्र के सिंटरिंग प्लांट-3 के मशीन-1 के कूलर में हॉट सिंटर का लेवेल नापने के लिए नये लेबल मेजरिंग डिवाइस का निर्माण किया तथा इसकी स्थापना की। पूर्व में इस हेतु एक अल्ट्रॉसोनिक टाइप जापानी सिस्टम लगा हुआ था जो प्रचालन के दौरान सिर्फ दो से तीन दिन तक ही कार्य कर पाता था और अधिक तापमान के चलते वह डिवाइस जल जाता था। अत: इस समस्या से निजात दिलाने के लिए श्री जी पी सिंह एवं श्री जमील अहमद ने एक नये इलेक्ट्रो-मेकेनिकल सिस्टम का इजाद किया। इसी नये सिस्टम को भारत सरकार द्वारा पेटेंट प्रदान किया गया।
सिंह के खाते में कई पेटेंट व कापीराइट
उल्लेखनीय है कि इस से पूर्व जी पी सिंह को उनके नवोन्मेषी सुझावों हेतु राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार द्वारा चार बार विश्वकर्मा पुरस्कार से नवाजा गया। यह गौरव की बात है कि अब तक जी पी सिंह को अपने आविष्कारों के लिए एक पेटेन्ट और दो कॉपीराईट प्राप्त हो चुका है। इसके अतिरिक्त श्री सिंह को इनोवेटिव कार्यों के लिए एमडी ट्राफी फॉर मोस्ट इनोवेटिव मैनेजर एवार्ड से भी नवाजा गया है।