कोरोना वैक्सीन लगवाने के बहाने आशा बहू ने मूक-बधिर युवक की कराई नसबंदी On the pretext of getting corona vaccine, Asha daughter-in-law got sterilization of deaf and deaf

एटा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एटा (Etah) जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां स्वास्थ्य विभाग की आशा बहू ने थोड़े रुपये के लालच में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने के बहाने अस्पताल लाकर एक मूक-बधिर युवक की नसबंदी (Vasectomy) करा दी. मामला सामने आने के बाद जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश त्रिपाठी ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच कराई जा रही है. जांच के बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा उसके बाद कार्रवाई की जाएगी.
बता दें यह पूरा मामला एटाजिले के अवागढ़ ब्लॉक के गांव बिशनपुर का है, यहां एक मूक-बधिर युवक को कोरोना वैक्सीन लगवाने के बहाने अस्पताल लाकर आशा ने युवक की नसबंदी ही करा डाली. इतना ही नहीं आरोपी आशा बेहोशी की हालत में युवक को उसके घर छोड़कर फरार हो गई. वहीं युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे आगरा रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि युवक के भाई ने आशा के खिलाफ कोतवाली अवागढ़ में तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
पीड़ित के भाई ने थाने में दी तहरीर
पीड़ित के भाई अशोक ने कोतवाली अवागढ़ में दी गयी तहरीर में लिखा है कि आशा उसके घर आई थी और कोरोना की वेक्सीन लगवाने की बात कह कर मेरे मूक बधिर को भाई अस्पताल भेजने की बात कही. इसके बाद अपने साथ मेरे भाई को ले जाकर वैक्सीन न लगवा कर उसकी नसबंदी करा दी है. पीड़ित के भाई अशोक ने बताया कि उसके भाई की हालत ठीक नहीं थी. इस पर उसे जिला अस्पताल लेकर गए. यहां से भाई को आगरा रेफर कर दिया गया. इतना ही नहीं पीड़ित युवक के भाई की माने तो जब इसकी शिकायत की गई तो आरोपी आशा ने उन्हें 20000 रुपए लेकर मामले को रफा-दफा करने की बात कही.
CMO ने कही जांच की बात
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश त्रिपाठी ने न्यूज़ 18 से फोन पर बात करते हुए बताया कि आशा द्वारा कोरोना वैक्सीन लगवाने बहाने नसबंदी कराने का मामला संज्ञान में आया है. जांच कराई जा रही है. जांच के बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.