आबकारी मंत्री के फरमान की हो रही नाफरमानी
शराब दुकानों के पचास मीटर दायरे में अहाता पर रोक नहीं
भिलाई। भिलाई-दुर्ग में शराब दुकानों के आसपास आबकारी मंत्री के हालिया फरमान की नाफरमानी हो रही है। शराब दुकानों के पचास मीटर दायरे में चखना सेंटर के रूप में खुले अवैध अहातों पर रोक नहीं लग पा रही है। इन अहातों को स्थानीय छुटभैय्ये नेताओं तथा आबकारी विभाग के जिम्मेदारों की मिलीभगत से वरदहस्त मिलने का संकेत है।
राजधानी रायपुर में मंगलवार को आबकारी विभाग की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में शराब के ओवररेट पर विक्रय और दुकानों के आसपास संचालित अवैध अहातों का मामला जोरदार तरीके से गूंजने की चर्चा है। बताते हैं आबकारी मंत्री कवासी लकमा ने ओवररेट तथा अहातों पर रोक लगाने कड़े कदम उठाने का निर्देश आबकारी विभाग के अधिकारियों को दिया है। बावजूद इसके भिलाई-दुर्ग और इसके समीपस्थ सरकारी शराब की दुकानों में नियम कायदे ताक पर है। वैसे यह पहला मौका नहीं है कि आबकारी मंत्री को ओवररेट और अवैध अहातों पर रोक लगाने का निर्देश देना पड़ा। इससे पहले भी इस तरह का फरमान विभागीय मंत्री के निर्देश पर जारी होता रहा है। लेकिन कुछ दिन बाद शराब दुकानों का संचालन फिर वही पुराने ढर्रे में होने लगता है।
ओवररेट पर रोक लगाने के मकसद से विभागीय निर्देश के बाद सभी शराब दुकानों में रेट लिस्ट प्रदर्शित की गई है। बावजूद इसके कभी-कभी कुछ समय के लिए अचानक शराब की कीमते अप्रत्याशित रूप से बढ़ा दी जाती है। ऐसे वक्त में ग्राहक अगर रेट रिस्ट का हवाला देकर ओवररेट का विरोध करता है तो सेल्समेन उलजलूल तर्क के साथ दबंगई दिखाने से बाज नहीं आते। कभी-कभी तो रेट लिस्ट में प्रदर्शित कीमत को यह कहते हुए झुठला दिया जाता है कि स्टाक नया आने के बाद कीमत बढ़ गई है।
शराब दुकानों के पचास मीटर दायरे में किसी भी तरह का चखना सेंटर खोला जाना पर्णत: प्रतिबंधित है। लेकिन न केवल चखना सेंटर चल रहे हैं बल्कि इनका संचालन अवैध अहातों की तर्ज पर बेखौफ चल रहा है। ऐसे चखना सेंटर में सीलबंद नमकीन के साथ पका-पकाया वेज, नॉनवेज परोसा जा रहा है। इतना ही नहीं पीने के लिए पानी सोडा, कोल्डड्रिंक्स और गिलास तक बेचा जा रहा है। चर्चा है कि अवैध अहातों की तर्ज पर चल रहे चखना सेंटर को स्थानीय नेताओं का वरदहस्त मिला हुआ है। कुछ छुटभैय्ये नेताओं पर बेचौलिए की भूमिका निभाते हुए आबकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से सेटिंग कराने का भी चर्चा अंदरखाने ने चल रही है। इस सेटिंग के बदले में छुटभैय्ये नेताओं के साथ ही आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों की जेब भी प्रतिदिन एक निश्चित रकम से गर्म होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
चलता-फिरता अहाता भी है चालू
चलता फिर अहाता यह पढऩे में भले ही अजीब लगे लेकिन सौ फीसदी सच है। भिलाई-दुर्ग के कई शराब दुकानों के पास दोपहर से रात तक साइकिल अथवा मोपेड जैसे दुपहिया वाहन में यह चलता फिरता अहाता चालू रहता है। ऐसे लोग बैग में सीलबंद नमकीन, डिस्पोजल गिलास पानी बोतल, पाउच से लेकर सिगरेट और गुटखा तक दुपहिया या साइकिल में लेकर शरराब दुकानों के पास खड़े रहते हैं। नतीजतन पीने वाले शराब खरीदने के बाद दुकान के आसपास ही शुरू हो जाते हैं। ऐसे चलते फिरते अहाता चलाने वालों से भी उगाही किए जाने की खबर है।