पहली से पाँचवी के बच्चो को अब मिलेगा सप्ताह में एक दिन दूध और अंडा
कोंडागाँव । कलेक्टर नीलकंठ टीकाम की अध्यक्षता में शिक्षा एवं आदिवासी विकास विभाग की बैठक सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में चालू शिक्षा सत्र को देखते हुए शिक्षा गुणवत्ता के स्तर को बनाए रखने के लिए प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक छात्र-छात्राओं हेतु अध्ययन के अलावा उत्कृष्ट पढ़ाई के माहौल को तैयार करने पर विशेष जोर दिया गया।
हर सोमवार को होगी 3, 5 एवं 8वीं कक्षाओं की परीक्षाऐं
जिला कलेक्टर ने बैठक में निर्देष दिया कि अब प्राथमिक शाला के तीसरी एवं पाँचवी एवं पूर्व माध्यमिक में आठवीं के बच्चो की हर सप्ताह सोमवार को परीक्षाऐं ली जावेंगी। ताकि जुलाई के शुरुवाती सत्र से ही छात्र आगामी परीक्षाओं के लिए तैयार हो सके। साथ ही कक्षा एक से पांचवी तक के बच्चो को हफ्ते में एक बार दूध और अंडा देना अनिवार्य होगा। इसी के साथ सप्ताह के शनिवार का दिन बच्चों के मनोरंजन हेतु समर्पित किया गया है जहां बच्चे मनपसंद खेल या पिकनिक का आनंद ले सकेंगे।
शिक्षक-पालक सम्मेलन का होगा आयोजन
इसके अलावा शिक्षक, पालक एवं बच्चों के रिस्तो में और खुलापन लाने के लिए शिक्षक-पालक सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। जहां पालकों एवं शिक्षको द्वारा पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई के आंकलन एवं उनके शिक्षा पद्धति को और कारगर बनाने पर चर्चा होगी।
जिला कलेक्टर ने बैठक में यह भी कहा कि कृषि, पशुधन, वन एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी सप्ताह में एक दिन अपने विभाग विषय के तहत 11वीं एवं 12वीं के छात्र-छात्राओं की कक्षाऐं लेंगे साथ ही छात्रों की प्रायोगिक क्षमता को प्रोत्साहन देने के लिए छात्रों के समूह को अपने विभागीय कार्य क्षेत्र का स्थल भ्रमण भी कराया जायेगा। जिससे छात्र-छात्राऐं पशुपालन की विधियां, उन्नत कृषि एवं उद्यानिकी के तरीके, वन सम्पदा के संरक्षण के जीवंत प्रदर्षन अपने समक्ष देख सके।
इसके साथ ही कलेक्टर ने राज्य शासन के सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी की अवधारणा से भी छात्र-छात्राओं को अवगत कराने के लिए संबंधितो को निर्देषित किया।
बैठक के अंत में जिला कलेक्टर ने छात्रों के जाति निवास प्रकरणों त्वरित कार्यवाही न किये जाने से राजस्व, शिक्षा, आदिम जाति विभाग के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही करने को कहा।