पहली बार वैक्सीन के ग्लोबल ट्रायल में शामिल होंगे भारतीय, सैनोफी, GSK को मिली अनुमति For the first time, Indians, Sanofi, GSK will be included in the global trial of vaccine
नई दिल्ली. फार्मा कंपनी सैनोफी (Sanofi) और ग्लेक्सोस्मिथक्लाइन (GlaxoSmithKline) को ह्यूमन ट्रायल्स में लोगों को शामिल करने की अनुमति मिल गई है. खास बात यह है कि विश्व स्तर पर होने जा रहे इन ट्रायल्स में भारत के प्रतिभागियों पर भी टीकों की जांच की जाएगी. ऐसा पहली बार होगा जब कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन के ग्लोबल क्लीनिकल ट्रायल (Global Clinical Trial) में भारत की आबादी को भी शामिल किया जा रहा है. भारत के अलावा ट्रायल्स में करीब 12 देश भाग लेंगे.
कैसे होंगे ट्रायल
ग्लोबल ट्रायल्स में 37 हजार 430 वॉलिंटियर्स होंगे. ये ट्रायल्स 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों पर अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में 13 जगहों पर किए जाएंगे. 25 जून को दी गई जानकारी के अनुसार, इसमें भारत की तरफ से तीन हजार प्रतिभागी शामिल होंगे.
भारत के अलावा इस वैक्सीन के ट्रायल में अमेरिका, जापान, श्रीलंका, पाकिस्तान, कोलंबिया, डोमिनिकन रिपब्लिक, होंडुरस, मैक्सिको, केन्या, नाइजीरिया, घाना और युगांडा शामिल हो रहे हैं. फिलहाल इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं है कि बाकी 34 हजार 430 प्रतिभागी इन देशों में कैसे बटेंगे. भारत में अहमदाबाद स्थित अर्थम मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, जयपुर में महाराज अग्रसेन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और हैदराबाद के निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में वैक्सीन का परीक्षण होगा.जैसे-जैसे वायरस का विकसित होना जारी है, हम अनुमान लगा रहे हैं कि कि आने वाले महीनों और सालों में क्या जरूरत होगी. इसके अनुसार, हमने हमारा वैक्सीन डेवलपमेंट प्रोग्राम तैयार किया है.’ कंपनियों ने कहा है कि स्टडी में शामिल होने वाले प्रतिभागी अगर चाहेंगे, तो उन्हें मंजूरी प्राप्त वैक्सीन दी जाएगी लिखा कि, NIMS को अभी भी एथिक्स कमेटी की तरफ से मंजूरी मिलना बाकी है. जबकि, दो अन्य अस्पतालों को गैर-स्वतंत्र समितियों से 21 और 24 जून के बीच अनुमति मिल गई है. रिपोर्ट के अनुसार, ट्रायल्स में इस्तेमाल किए जाने से पहले टीकों की जांच कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी में की जा सकती है.