छत्तीसगढ़

नगर पालिका बजट के नाम पर खानापूर्ति,न कोई ठोस योजना,न विकास न विश्वास

*नगर पालिका बजट के नाम पर खानापूर्ति,न कोई ठोस योजना,न विकास न विश्वास-*
*-उमंग पाण्डेय(नेता प्रतिपक्ष )

 

 

*टेंडर में भी कमीशन का खेल,और मनमानी*

नगर पालिका कवर्धा ने प्रत्येक वर्ष की तरह 2021-22 का अपना आय व्यय लेखा बजट पर प्रस्ताव विचार एवं निर्णय लिया,,जिसमे नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष उमंग पाण्डेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि “जस हाल राज्य सरकार तस हाल नगर पालिका सरकार” न कोई विकास हो रहा न जनता का विश्वास बचा है,,नगर पालिका बजट योजना के नाम पर पूरा खानापूर्ति कर रही,, एक भी ठोस योजना और क्रियान्वन की नीति नही है,, शहरवासियों विभिन्न सुविधा और समस्या के लिए भटक रहे,उन्होंने कहा कि ज्ञात हो पूर्व वर्ष 2020-21 के बजट की योजना को ही क्रियान्वयन नही किया गया और काम का बंदरबाट किया गया जिससे शहर का विकास थम सा गया था,लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे,लोगो के केवल कर टेक्स में बढोत्तरी की जा रही, सुविधा कुछ भी नहीं,,साथ ही उमंग पाण्डेय ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि नगर पालिका ने नीति नियम दोनो बिगाड़ रखे है,,श्रमिक आपूर्ति जल प्रदाय विद्दुत निर्माण विभाग सामान्य प्रशासन एवं अन्य शाखा हेतु कुशल अर्ध कुशल श्रमिको की आपूर्ति में,,केवल एक टेंडर में काम जारी कर दिया गया,जबकिं टेंडर के नियम के दो तीन टेंडरों का रहना जरूरी,अन्य ऐसे कई विषय है, इससे यह स्पष्ठ होता है कि नगर पालिका की मंशा काम कम और कमीशन और अपने आदमी को लाभ का अधिक मंशा है जो लोकतांत्रिक रूप से गलत है,, साथ ही उमंग पाण्डेय की जल्द पालिका शहर वासियों को अच्छी सुविधा और नियम में सुधार नहीं करती तो सभी भाजपा के पार्षद पवन जयसवाल रिंकेश वेष्णव प्रमोद शर्मा मनहरन कोसिक मनीषा साहू मिलकर विरोध प्रदर्शन हेतु बाध्य रखेंगे ,,हमारी प्राथमिकता शहरवासियों को लाभ देना है।

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