छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

रविशंकर स्टेडियम में पांच हजार लोगों ने किया योग

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और विधायक अरुण वोरा के साथ भिलाई-दुर्ग निगम के जनप्रतिनिधि हुए शामिल

दुर्ग। पांचवे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में योग दिवस मनाया गया। आपको बता दे कि प्रधामनंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से संयुक्त राष्ट्र महासभा के माध्यम से विश्व के 193 देश 11 दिसम्बर 2014 को अंतरास्ट्रीय योग दिवस के रूप में 21 जून की तिथि को स्वीकार किया और आज 21 जून को योग दिवस मना रहे हैं। योग दिवस पर रविशंकर स्टेडियम में सैकड़ों की संख्या में लोग योगा करने पहुंचे थे जिसके लिए जिला प्रशासन ने सुव्यवस्थित तैयारी कर रखी थी

योगा में स्कूल के बच्चे शिक्षक और शहर के गणमान्य नागरिकों ने भी हिस्सा लिया। योग शिक्षक के द्वारा योग दिवस पर लगभग एक घंटे सामान्य योगाभ्यास करवाया गया। वहीं दुर्ग-भिलाई में कई संगठनों ने बड़े स्तर पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया। रविशंकर स्टेडियम में कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ताम्रध्वज साहू ने लोगों को अंतराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी। इस मौके पर विधायक अरुण वोरा, संभागायुक्त दिलीप वासनीकर, कलेक्टर अंकित आनंद, भिलाई निगम आयुक्त एसके सुंदरानी, दुर्ग निगम आयुक्त सुनील अग्रहारी सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

श्री शंकराचार्य महाविद्यालय द्वारा योग महोत्सव का आयोजन

भिलाई । करें योग रहे निरोग के मूल मंत्र को चरितार्थ करते हुए, योग महोत्सव का आगाज बॉक्सिग के खिलाडियों एवं अन्य 100 से भी अधिक नागरिकों कें द्वारा प्रात: मैराथन दौड के साथ प्रारंभ हुआ। मैराथन दौड गुरूद्वारा नेहरू नगर, भिलाई से प्रारंभ होकर आयोजन स्थल राधा कृष्ण मंदिर नेहरू नगर (पूर्व) भिलाई में पहुॅच कर योग सभा में तब्दील हुआ।

पंचम अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग आयोजन समिति भिलाई, अग्रवाल समाज भिलाई, श्री बांके बिहारी चैरिटेबल ट्रस्ट, नेहरू नगर रेसीडेंस एसोसियेशन, ज्येष्ट नागरिक मंच भिलाई एवं श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी, भिलाई के संयुक्त तत्वाधान् में योग महोत्सव का आयोजन श्री राधा कृष्ण मंदिर नेहरू नगर (पूर्व) भिलाई में प्रात: 6.45 बजे से किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन आई.पी. मिश्रा, मुख्य अतिथि संजय रूगंटा (चेयरमेन, रूगंटा ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन, भिलाई) विशिष्ट अतिथि बंसीलाल अग्रवाल अध्यक्ष-अग्रसेन जनकल्याण समिति सेक्टर-6 भिलाई, बी. आई. टी. के अध्यक्ष, समाजसेवी एवं उद्योगपति विजय गुप्ता एवं संरक्षक बिसरा राम यादव प्रांत संघचालक-राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ थे।

अतिथियों ने भारत माता एवं सरस्वती माता के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम कर शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पौधे से किया गया। इस अवसर पर योग स्थल में उपस्थित गणमान्य नागरिकों, नवयुवको एवं छात्रों को श्री संजय रूगॅटा द्वारा पर्यावरण के संरक्षण हेतु शपथ दिलवाया गया कि वे भारत के संविधान में निहित मौलिक कत्र्तव्य पर्यावरण संरक्षण का पालन सुनिश्चित कर, पर्यावरण को बचाने में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करेगे एवं भारतीय स्वदेशी वस्त्र की पहचान खादी के उपयोग को बढावा देने हेतु प्रोत्साहित किया गया।

कार्यक्रम के अध्यक्ष गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन आई.पी. मिश्रा जी के द्वारा प्रार्थना मंत्र योगन चित्तस्य पदेन वाचां, मलं शरीरस्य चं वैद्यकेन। के साथ योगाभ्यास प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में बी. आई. टी. के अध्यक्ष, समाजसेवी एवं उद्योगपति विजय गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि अब योग केवल भारत का ही नही बल्कि अंतर्राष्ट्रीय हो गया है। इसमें भारत का बडा योगदान है। अन्य देषो में योग को बडे ही शान षौकत के साथ अपनाया गया है। बंसीलाल अग्रवाल जी ने सभा को संबंधित करते हुए कहा कि योग को केवल आज ही नही करना है बल्कि योग को जीवन और व्यवहार में शामिल करना चाहिए। योग का कर्म और धर्म से संबंध है। आज की व्यस्तता पूर्ण एवं तनाव पूर्ण जीवन के लिए योग आवष्यक है।

योग क्रिया का अभ्यास बिहार योग विद्यालय से प्रशिक्षित योग अनुदेशक श्री अरूण शुक्ला द्वारा योग क्रिया से पूर्व योग के विषय में जानकारी दिया गया कि ईष्वर के तीन अवतार महावीर, बुद्ध एवं पतंजलि थे। पतंजलि को योग के प्रणेता माना जाता है इन्होने योग के 197 योग सूत्रो का वर्णन किया है जिसमें बताया गया है कि योग के 8 भाग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, ध्यान, अंतरण, समाधि एवं धारणा

होते है।

गायत्री मंत्र के तीन बार ओम का उच्चारण के साथ योग क्रिया का अभ्यास प्रारंभ करवाया गया। पंजा योग, कंधो का आसन, गर्दन का अम्यास, ताडासन, वृक्ष आसन, अद्र्ध चक्र आसन, त्रिकोण आसन, भद्रा आसन,, मकर अभ्यास, भुजंग आसन, सूर्य नमस्कार, शव आसन, प्राणयाम, कपाल भारती, अनुलोम विलोम, भस्तिका प्राणायाम, भ्रमरी प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया। आपने योग को महत्व को बताते हुए कहा कि ये योग का अभ्सास रोज करने से कमर दर्द, कंधे, पीठ दर्द तो रहेगा नही, और आपकी चिक्सिको से दूरी बन जायेगी।

कार्यक्रम में द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वाडों प्रतियोगिता को आयोजन हैदराबाद में हुआ जिसमें छतीसगढ़ के चंदन कुमार शर्मा  ने कास्य पदक प्राप्त किया इन्हें योग स्थल पर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के संयोजक  राजेन्द्र प्रसाद (ओलंपियन, अर्जुन पुरस्कार विजेता) एवं सह संयोजक शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई की निदेशक एवं प्राचार्या डॉ. श्रीमती रक्षा सिंह है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के संगीत शिक्षक श्री रामचंद्र सरपे, डॉ. लक्ष्मी वर्मा एवं साथियों के द्वारा योग गीत की प्रस्तुति दी गयी।

कार्यक्रम का संचालन शंकराचार्य महाविद्यालय के डॉं. महेन्द्र शर्मा एवं धन्यवाद ज्ञापन सुभाष तहेकर के द्वारा किया गया।

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