छत्तीसगढ़

जिपं सभापति राहुल टिकरिहा ने किया शिकायत विभाग के एसडीओ एसके झारिया पर कलेक्टर के आदेश की अवहेलना के आरोप, बीते 9 अप्रैल से अनुपस्थित रहने की शिकायत।

मामला बेमेतरा लोक निर्माण विभाग का

 

 

*सभापति ने बताया कि निजी संस्थानों में काम कर रहे दो बिजली हेल्पर का, बीते दो साल से सरकारी संस्थान से वेतन भुगतान, फर्जी उपस्थिति दिखाकर राशि आहरण।*

 

*बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा*

 

बेमेतरा,    लोक निर्माण विभाग के विद्युत शाखा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। जिपं सभापति राहुल टिकरिहा ने जिलाधीश को शिकायत करते हुए बताया कि एक ओर जहां विभाग के एसडीओ एसके झारिया बीते 9 अप्रैल से विभाग में अनुपस्थित हैं । वही दो बिजली हेल्पर का विभाग में बिना काम लिए, पंजी में उपस्थिति दर्ज कर, करीब 2 साल से मेहनताना आहरण किया जा रहा है । जबकि दोनों हेल्पर प्राइवेट संस्थानों में काम कर रहे हैं । इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है ।  उपस्थिति पंजी में विभाग के एसडीओ के सील मुहर के साथ हस्ताक्षर है । इस मामले में करवाई को लेकर समाज सेवी संस्था अंकुर के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर शिव अनंत तायल से शिकायत की है । शिकायतकर्ता में चतुर साहू, महेश ने कलेक्टर को बताया कि विभाग का एसडीओ एसके झारिया ड्यूटी में हमेशा अनुपस्थित रहता है । ई-श्रेणी पंजीयन के लिए बीते कई दिनों से विभाग के चक्कर काट रहा हूं, लेकिन विभाग के एसडीओ से मुलाकात नही हो रही है ।

*अधिकारी लापरवाह, कलेक्टर का आदेश मानने को तैयार नही।*

शिकायतकर्ता ने महेश कुमार ने बताया कि बीते वर्ष भी कोरोना काल में अनुपस्थित रहने पर, एसडीओ झारिया को कलेक्टर कार्यालय से नोटिस जारी हुआ था । बावजूद सम्बंधित अधिकारी सबक लेने को तैयार नही, जो हमेशा अपनी जिम्मेदारियों से भागता रहता । अधिकारी की लापरवाही का आलम यह है कि, वह कलेक्टर के कोरोना काल मे मुख्यालय में रहने के आदेश का पालन भी नही कर रहा है ।

 

*कार्यालय में लापता का पोस्टर किया चस्पा।*

चतुर साहू ने बताया कि पंजीयन के लिए रोजाना विभाग के चक्कर काटने के बावजूद, एसडीओ से मुलाकात नही हो रही थी । इसलिए मजबूरन उनके कार्यालय में लापता का पोस्टर चस्पा करना पड़ा है । शिकायतकर्ता के अनुसार सम्बंधित अधिकारी बीते एक दशक से अधिक समय से बेमेतरा में पदस्थ है । लम्बे समय से पदस्थ होने के कारण अधिकारी मनमानी करने पर उतारू है । इसलिए अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है ।

 

*बिना काम लिए दो बिजली हेल्पर की उपस्थिति दर्ज, कर रहे राशि आहरण।*

लोक निर्माण विभाग के विद्युत शाखा में हर स्तर पर गड़बड़ी सामने आ रही है । दो बिजली हेल्पर की विभागीय पंजी में उपस्थिति दर्ज कर, बीते 2 साल से मेहनताना आहरण किया जा रहा है । जबकि दोनों मजदूर प्राइवेट संस्थान में काम करते हैं । उनका वेतन विभाग से जारी किया जा रहा है । रोजाना 308 रुपए की दर से मेहनताना दिया जा रहा है ।

*रोजाना ड्यूटी पर आ रहे हैं, कर्मियों वेतन काट कर दिया जा रहा।*

विभाग में कार्यरत अन्य बिजली हेल्पर ने बताया कि मेहनताना में से हर महीने 1500 से 2 हजार रुपए कटौती कर भुगतान किया जा रहा है । स्पष्ट है कि जो कर्मी रोजाना ड्यूटी पर आ रहे हैं, उन्हें वेतन काट कर दिया जा रहा है । जबकि जो कर्मी काम पर नहीं आ रहे हैं उनकी उपस्थिति पंजी में हाजिरी दिखाकर राशि निकाला जा रहा है ।

 

*हर बार वेतन के लिए करनी पड़ती है शिकायत।*

विभाग में कार्यरत बिजली हेल्पर ने बताया कि कई महीने बीत जाने के बाद भी वेतन का भुगतान नहीं होता है । उच्च अधिकारी या अन्य सम्बन्धितों के पास शिकायत के बाद वेतन भुगतान होता है । उन्होंने बताया कि बीते सालों में कलेक्टर, राज्यपाल, पीएमओ व  गृह मंत्री से शिकायत के बाद वेतन जारी हुआ था । अधिकारी हर बार शासन से फंड नहीं आने का हवाला देकर वेतन भुगतान में टालमटोल करते हैं ।  ऐसी स्थिति में हर बार वेतन के लिए शिकायत करनी पड़ती है ।

 

 

वर्सन

मामले में शिकायत मिली है,  मामला काफी गंभीर है । कोरोना काल में आदेश की अवहेलना कर ड्यूटी से नदारद रहने के मामले में सम्बंधित अधिकारी से जवाब तलब किया जाएगा । बिना कार्य के दो कर्मियों की वेतन जारी होने के मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।-

 

*शिव अनंत तायल-कलेक्टर बेमेतरा*

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