धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है जल जीवन मिशन का कार्य, Water life mission is slowly gaining momentum
जल एवं स्वच्छता मिशन का हुआ गठन
दुर्ग / विगत दिनों लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में अधिकारियों एवं कर्मचारियों कोरोना से संक्रमित हो गये थे। साथ ही जिले में लॉकडाउन लगने के कारण जल जीवन मिशन का कार्य प्रभावित हुआ था। अब संक्रमण से उबरने के बाद धीरे-धीरे जल जीवन मिशन का कार्य गति पकड़ रहा है। जिले के 385 ग्रामों के 146500 परिवार को टेप के माध्यम से शुद्ध, सुरक्षित एवं पर्याप्त पेयजल आगामी 03 वर्षो में प्रदान किया जाना है, इस कार्य को संचालित करने के लिए कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन का गठन किया गया है। समिति के सदस्य सचिव, कार्यपालन अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, एवं सदस्य के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन विभाग, जिला वनमंडाधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, उप संचालक कृषि विभाग, उप संचालक जनसंपर्क विभाग, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी। राज्य स्तर में राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन तथा ग्राम स्तर में ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति का गठन किया गया है। जिले के 385 ग्रामों में चर्चा उपरांत ग्राम कार्य योजना का निर्माण किया गया है, इसके अनुसार ग्रामों को तीन वर्गो में बांटा गया है।
रेट्रोफिटिंग योजना- जिन ग्रामों में पूर्व से योजना है, वहा पर शत प्रतिशत घरेलू कनेक्शन देना तथा टेप के माध्यम से शुद्ध, सुरक्षित एवं पर्याप्त पेयजल प्रदान किया जाना प्रस्तावित है। दुर्ग विकासखण्ड के 66 ग्रामों में धमधा विकासखंड के 80 ग्रामों में तथा पाटन विकासखण्ड के 73 ग्रामों में रेट्रोफिटिंग योजना प्रस्तावित है।
एकल ग्राम योजना- जिन ग्रामों मे पर्याप्त मात्रा में भूगर्भित जल उपलब्ध है उन ग्रामों को एकल ग्राम योजना के अंतर्गत चयन किया गया है। दुर्ग विकासखण्ड के 15 ग्रामों में धमधा विकासखण्ड के 82 ग्रामों में तथा पाटन विकासखण्ड के 69 ग्रामों में एकल ग्राम योजना प्रस्तावित है।
समूह जल प्रदाय योजना- जिन ग्रामों में पर्याप्त भू-गर्भीय जल उपलब्ध नही है तथा जल स्तर नीचे जाने की समस्या है, उन ग्रामों के समूह जल प्रदाय योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है। जिले के कुल 09 समूह जल प्रदाय योजना चिन्हीत किये गये है, जिनमें चंदखुरी, निकूम, पथरिया, भटगांव-जेवरा सिरसा, अमलेश्वर, कौही, ओदरागहन, अंजोरा-ढाबा और मोतीमपुर समूह जल प्रदाय योजना में शामिल है।
सभी जल प्रदाय योजना से जिले के 249 ग्रामों को पेयजल प्रदाय किया जाएगा। 281 ग्राम तथा 04 समूह जल प्रदाय योजना का डीपीआर पूर्ण कर लिया गया है, 120 योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है। वर्तमान में 15 कार्यादेश जारी कर लिया गया है। इस प्रकार जिले में जल जीवन मिशन का कार्य गति पकड़ रहा है। वर्ष 2021-22 में लगभग 62 हजार घरेलू कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य को पूरा करने पूरी तैयारी कर ली गई है।