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प्रदेश सरकार असवेदनशील हो गयी है ,कोविड के जांच के नाम पर 1000 रुपए वसूला गया इसकी जांच की जाए – सुनील केशरवानी

राज्य में नही बल्कि देश मे जिला का नाम अवैध वसूली कोविड जांच के नाम पर उछला जो दुर्भाग्य है – सुनील केशरवानी

महामहिम राज्यपाल जी इस विषय पर संज्ञान लेकर दोषियों पर करे उचित कार्यवाही – सुनील केशरवानी

कोविड जांच के नाम पर किसी भी प्रकार की राशि नही ली जाए,निशुल्क जांच करे – सुनील केशरवानी

कवर्धा: जनता अपने विधायक को कर रही याद, दूसरे क्षेत्र के विधायक की तरह यहां के विधायक भी अपने क्षेत्र के बीच पहुँचे ,पीपी किट पहनकर मरीजो के बीच पहुँचकर हौशला बढाए – सुनील केशरवानी

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के निःशुल्क कोरोना जांच का बयान निकला गलत प्रदेश सहित कबीरधाम जिले के लोगो के साथ हो रही बेमानी- सुनील केशरवानी
कवर्धा –
म.प्र-छ.ग सीमा चिल्फी मेडिकल कैम्प तैनात की गई है जो अन्य राज्यों से आने वालों लोगो का मौके पर ही एंटीजन जाँच किया जा रहा है। साथ ही लोगो से जांच के 1 हज़ार रुपये तक लिया जा रहा है पूछताछ हेतु मेडिकल कैम्प में डयूटी कर रहे चिरायु के डॉ. मुकेश खूंटे ने बताया कि बोड़ला नायाब तहसीलदार सतीश त्रिशान्त ने जाँच के लिए 1 हज़ार रुपये लेने कहा था जो कि हमारी टीम ने प्रति जांच के एवज में 1000 रुपये लिया और बकायदा रशिद भी दिया।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) कबीरधाम जिलाध्यक्ष श्री सुनील केशरवानी ने आज राज्यपाल श्रीमती अनुसुइया उइके जी के नाम ज्ञापन दिया व अनुरोध करते हुए दोषियों पर कार्यवाही की मांग की।
साथ ही जिलाध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार विफल हो चुकी है असवेदनशील हो गयी है। छत्तीसगढ़ कोरोना के मामले में बेलगाम हो गयी है। अब यह मामला हमारे छत्तीसगढ़ के ही बाहरजीविकापाजन के लिए गए मजदूर, आम इंसानों से से कोरोना जांच के नाम पर 10 रुपए की सरकारी ओपीडी पर्ची में 1000-1000 लिया गया है। यह मामला जब उजागर होता है तब तहसीलदार का बयान, एसडीएम का बयान, कलेक्टर का बयान अलग-अलग आता है। इससे साबित होता है कि कबीरधाम जिला बेलगाम हो गया है यहाँ के विधायक ही गायब है, अधिकारियों की मनमौजी चल रही है जिला में क्या हो रहा है वो बेसुध है।
और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्वास्थ्य मंत्री टी.एस सिंहदेव सवाल किया कि प्रदेश के सभी जिलों में निःशुल्क कोरोना जाँच की बात कर 200 तय फीस क्यों लिया जा रहा है? क्या यह सरकार के द्वारा किया गया तय शुल्क है, या अधिकारियों की वसूली ??
श्री- केसरवानी ने सरकार से सवाल करते हुए बताया कि कबीरधाम जिले के साथ-साथ खैरागढ़ का भी मामला सामने आया है जो आम नागरिकों से डॉ. परिहार के द्वारा 200 रुपये जाँच के नाम से लिया जा रहा था और भी कई ऐसे मामले होंगे जहाँ अधिकारियों की मनमौजी चल रही होगी, वसूली चल रही होगी। आपसे आग्रह है जाँच कर कार्यवाही करे, जांच और कार्यवाही नही किया जाता तो साबित होता है कि यहां कोरोना के नाम पर लूट मची है।
छत्तीसगढ़ सरकार पूर्णरूप से विफल हो चुकी है इस महामारी पर निःशुल्क इलाज की बात कर वसूली करना बेमानी है। हर जगह लूट मची है। कबीरधाम जिला के विधायक जो कि प्रदेश के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर भाई है वो इस बात की जानकारी लेवे और दोषियों के ऊपर कार्यवाही करें और जिले के सभी कोरोना जाँच केंद्रों में बैठी टीम को निःशुल्क जाँच करने की हिदायत दे, तथा जिले में टेस्ट किट की मारा-मारी अभी भी जारी है जाँच केंद्रों में पर्याप्त किट उपलब्ध नही होने के कारण लोग बिना जाँच कराए वपास घर चले जाते है।, जब लोग जागरूक है तो पर्याप्त किट उपलब्ध कराए, अब आप भी जाग कर सामने आए अन्य जिला के भांति, अन्य जनप्रतिनिधियो के भांति, पीपी किट पहनकर मरीज़ो से मिले, हौशला बढ़ाए और जिलावासियो की परवाह करे।आज जनता को अपने विधायक की जरूरत है जब जनता तकलीफ में है तो विधायक (जनप्रतिनिधि) की जिम्मेदारी है कि वो धरातल में उतरकर जनता का साथ देवे।

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