सरकार के नियम से परेशान ग्राहक ने पूछा बैंक से पैसे निकलने बीमार पड़ना ही जरूरी है क्या-राजेंद्र
सरकार के नियम से परेशान ग्राहक ने पूछा बैंक से पैसे निकलने बीमार पड़ना ही जरूरी है क्या-राजेंद्र
आज पूरा देश कोरोना के चलते पीड़ित है ,वही अब परिवार चलाने में तक दिक्कत होने लगी है
जिस प्रकार सरकार के नियम का पालन आम जनता बड़ी से बड़ी तकलीफ झेलकर कर रही है इसके लिए आम जनता भी धन्यवाद के पात्र है
अपनी पीड़ा का बयान करते हुए राजेंद्र कुमार नामदेव सोनारपारा ब्राह्मण पारा राजनदगाव ने सबका संदेश को बताया कि हर व्यक्ति इतने लम्बे समय तक के हुए लाकडाउन के चलते घर की आम जरूरत की समाग्री नही भर सकता,रोज मर्रा की चीजे के लिए उसको नकद पैसे की आवश्यकता होती है आज हमारा देश में इतनी बड़ी क्रांति नही आई हे जो जरूरत की सब्जी एक ठेले वाले से डिजिटल भुगतान पर ले सके
सरकार को सहयोग करना आम जनता की जिम्मेदारी बनती है तो सरकार को भी आम जनता की जिम्मेदारी जरूरत पर ध्यान देने का समय है
आज बैंक में बड़े बड़े व्यापारी अपनी लेन देन कर पा रहे है
आम जनता को पैसे निकलने के लिए हॉस्पिटल से बीमारी की पर्ची की मांग किया जाना सरासर गलत है ,क्या पैसे की जरूरत अन्य खर्च के लिए नही हो सकता ,खाना पीना फल का सामान लॉक डाउन के चलते इतने महंगे हो गए है जिसके लिए ठेले वाले से लड़े या चुपचाप ले ले, लेना जरूरी है तो पैसे नकदी देने ही पड़ेंगे ना
अब ऐसे समय में अगर आम जनता अपनी पैसे को यदि बैंक में रखी हुई है तो क्या हमे जरूरत के समय निकलने की आजादी तक नहीं है,ऐसे में आने वाले भविष्य में कोई भी बैंको पर भरोसा नही करेगा
सरकार से मांग करता हु की इसका जल्द ही विकल्प निकले या घर पर बैंक के कर्मचारियों को भेजकर खुद के पैसे को जरूरत के समय पर निकलने की सुविधा दी जाए
राजेंद्र कुमार नामदेव राजनंगाव +91 70001 86846