गृह एवं लोकनिर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने ली अधिकारियों की मैराथन बैठक,

दुर्ग-भिलाई के चारों ओर मैत्री गार्डन की तरह बनेंगे बड़े गार्डन, आक्सीजोन भी बनेगा
दुर्ग-भिलाई में सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्ताव बनाने पीडब्ल्यूडी को दिए निर्देश,
ठगड़ा बांध में बोटिंग आदि की होगी सुविधा
दुर्ग। नागरिक जीवन को बेहतर बनाने दुर्ग-भिलाई में नगर के प्रवेश के स्थानों में मैत्री बाग की तरह के बड़े गार्डन बनाने का प्लान तैयार करें। दुर्ग में बेहतर वातावरण के लिए आक्सीजोन प्लान करें। जहां बेहतर अधोसंरचना संभव है वहां प्लान प्रस्तुत करें। दुर्ग के सौंदर्यीकरण एवं नागरिक जीवन को और सुखद बनाने के लिए आवश्यक अधोसंरचना तैयार की जाएगी। यह बात ताम्रध्वज साहू ने अधिकारियों से विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान कही। लगभग सात घंटे चली बैठक में हर विभाग से संक्षेप में किए जा रहे कार्यों एवं भविष्य के नवाचारों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने नरूवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी योजना का बेहतर क्रियान्वयन आवश्यक है इसके लिए जनभागीदारी बेहद आवश्यक है ताकि सभी मिलकर गांवों को सुराजी गांव के रूप में विकसित कर सकें। नगरीय निकायों से उन्होंने अगले 20 साल के लिए प्लान करने कहा। मंत्री ने कहा कि जब भी हम योजना तैयार करें तो अगले 20 साल की जरूरतों के मुताबिक जनसंख्या के दबाव एवं नागरिक सुविधाओं को सोचकर ऐसी योजना तैयार करें। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री रूद्र गुरू, सांसद विजय बघेल, विधायक अरूण वोरा, वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती माया बेलचंदन, दुर्ग महापौर श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर, भिलाई-चरौदा महापौर चंद्रकांता मांडले एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इस मौके पर कलेक्टर अंकित आनंद, एसपी प्रखर पांडे, एडीएम संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईअ गजेंद्र ठाकुर भी उपस्थित थे।
माडल गौठान ऐसे बनाएं ताकि नजदीक के बहुत से गांवों को कवर कर सके-
श्री साहू ने कहा कि माडल गौठान के लिए सभी ब्लाकों में गांवों का चयन किया गया है। जहां कहीं लगता है कि बड़े क्षेत्र के आसपास कोई भी माडल गौठान चयनित नहीं किया जा सका है वहां इसका चयन किया जाए। गौठान में बड़े फलदार वृक्ष लगा दिए जाएं ताकि इन्हें जल्द ही बड़ा किया जा सके। उन्होंने कहा कि बस्तर जिले में गौठान बड़े वृक्षों के बीच है इसलिए बहुत खूबसूरत लग रहे हैं। यहां भी जब पेड़ बढ़ जायेंगे तो गौठान बहुत सुंदर लगेंगे। उन्होंने कहा कि चारागाह इस तरह से प्लान करें कि पशुओं को हर समय पौष्टिक चारा मिलता रहे। बरसीम जैसे जल्दी बढऩे वाली घास की प्रजाति लगाए। अधिकारियों ने बताया कि 2350 बाडिय़ों का सर्वे कर लिया गया है और 624 बाडिय़ों में सब्जी मिनीकिट का वितरण भी किया जा चुका है। श्री साहू ने कहा कि ऐसे सब्जी के बीज दिया जाए जिनकी गांव में अधिक मांग होती है। मंत्री ने कहा कि भूमिगत जल का रिचार्ज पहली प्राथमिकता है ताकि दीर्घकाल के लिए खेती किसानी की सूरत बेहतर हो जाए और निस्तारी के लिए भी जल बना रहे। कलेक्टर ने मनरेगा की स्थिति के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी लगभग पचपन हजार लोगों को काम मिला है जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक संख्या है।
हर गांव में बनायें मुक्तिधाम, टीन की जगह छत करा दें-
श्री साहू ने कहा कि हर गांव में मुक्तिधाम जरूर बनायें। यहां टीन की जगह पूरी छत करा दें। श्मशान घाट में बोर हो। गल्र्स स्कूल में तथा सडक़ के किनारे वाले स्कूलों में बाऊंड्री वाल करायें। जर्जर स्कूलों को चिन्हित करें तथा इन्हें डिस्मेंटल कर नयी इमारत बनायें। जिन स्कूलों में कक्ष की कमी है। वहां कक्ष बनायें। बैठक में सांसद विजय बघेल ने कहा कि उन लोगों ने जिन्होंने प्रेरणा के पश्चात शौचालय बनाये हैं उनकी ओर से मांग आने पर उन्हें भी शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि दी जाए।
पुलिसकर्मियों के जर्जर मकानों की होगी मरम्मत-
मंत्री ने निर्माण कार्यों के संबंध में भी निर्देश दिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों के जर्जर हो चुके मकानों के मरम्मत के निर्देश पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को दिए। जिले में आवश्यक प्रमुख सडक़ों तथा नदी-नालों में ब्रिज का चिन्हांकन कर इस संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। उन्होंने बेमेतरा जिले में निस्तारी उपलब्ध कराने के लिए सहगांव एनीकट खोलने के निर्देश भी दिये।
कलेक्टोरेट में आरंभ किया जाएगा गढ़ कलेवा-
मंत्री ने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर में छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन उपलब्ध कराने वाला गढ़ कलेवा आरंभ किया जाएगा। गढ़ कलेवा में छत्तीसगढ़ी व्यंजन के साथ ही इनकी गुणवत्ता का भी पूरा मानदंड रहेगा तथा रेट भी तय किया जाएगा। नगर निगम तथा अन्य ब्लाक मुख्यालय में भी इसे आरंभ किये जाने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में छग भवन में भी गढ़ कलेवा स्थापित किया है और यहां छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की बड़ी डिमांड आ रही है।
पूछी खाद-बीज की स्थिति-
मंत्री ने खाद बीज की स्थिति की जानकारी भी ली तथा अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी तरह खाद-बीज की कमी नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने बताया कि इस साल 2 हजार केसीसी बनाये जा चुके हैं और तीन हजार केसीसी साल के अंत तक बन जायेंगे। खाद-बीज की किसी तरह की कमी नहीं होने दी जाएगी।
बिजली की दिक्कत न हो सुनिश्चित करें-
मंत्री ने कहा कि आम जनता को बिजली की किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसके लिए ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ानी है तो ऐसा कर लें। जहां स्पेयर में ट्रांसफार्मर की जरूरत है वहां इसे रखें। यदि इस संबंध में अधोसंरचना की जरूरत होती है तो इसका प्रस्ताव शासन को दें। कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने बबताया कि विद्युत विभाग के अधिकारियों को व्हाटसएप ग्रूप बनाने निर्देशित किया गया है जिसमें जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। इसमें शटडाउन अथवा ट्रिप की सूचना होगी तथा तकनीकी कारणों का उल्लेख भी होगा। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को फीडर मीटर की रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए गए हैं ताकि यदि किसी खास क्षेत्र में बिजली की समस्या हो रही हो तो इसे जाना जा सके, तकनीकी समस्या होने पर इसे ठीक किया जा सके और लापरवाही होने पर कार्रवाई की जा सके।