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होम आइसोलेशन में कोविड पॉजिटिव मरीजों की प्रॉपर मॉनिटरिंग करने एवं उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा दिलाने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान सही जानकारी देना बेहद महत्वपूर्ण

भिलाई नगर/ कांटेक्ट ट्रेसिंग बेहद महत्वपूर्ण कार्य है! यह सबसे प्रथम स्टेज होता है जब किसी कोविड पॉजिटिव मरीज से दूरभाष के माध्यम से प्रथम बार संपर्क किया जाता है! इस दौरान मरीजों द्वारा सही-सही जानकारी देना बहुत आवश्यक है इसी के आधार पर मरीजों को दवाइयां एवं इनकी मॉनिटरिंग होम आइसोलेशन के दौरान की जाती है! कांटेक्ट ट्रेसिंग में पॉजिटिव व्यक्ति का नाम, उम्र, संपर्क नंबर, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, पूर्ण पता, वार्ड, जिला, व्यवसाय, सर्दी, खासी, बुखार, सिरदर्द, या अन्य कोविड के लक्षण, यदि महिला व्यक्ति है तो क्या वह गर्भवती है इसका विवरण, कोविड सैंपल के प्रकार जैसे एंटीजन, आरटीपीसीआर, ट्रूनॉट, सैंपल एवं इसका दिनांक, परिणाम आने की तिथि, अन्य गंभीर बीमारी जैसे बीपी, शुगर, गर्भवती, कैंसर, लकवा, टीबी, सिकलिंग, ह्रदय रोग इत्यादि के बारे में जानकारी एकत्रित की जाती है! परिवार में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों की संख्या, परिवार में 10 वर्ष से कम उम्र वाले व्यक्तियों की संख्या, परिवार में गर्भवती महिला की संख्या, यात्रा का विवरण क्या विगत 15 दिनों में कहीं यात्रा किया गया है, यदि किया गया है तो उसका संपूर्ण विवरण! एक ही घर या परिवार में रहने वाले व्यक्तियों का विवरण, घर में बाहर से आने वाले व्यक्तियों का विवरण की जानकारी कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान ली जा रही है! पॉजिटिव मरीजों द्वारा सही जानकारी देने पर होम आइसोलेशन की काउंसलिंग के दौरान मरीजों को घर पर ही देखरेख में मदद मिलती है! होम आइसोलेशन के गंभीर मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भी पहुंचाया जाता है! काउंसलिंग के दौरान सही-सही जानकारी देने की सलाह भी दी जाती है! कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान मरीज घर पर है या अस्पताल में इसकी भी जानकारी ली जाती है!  इसके लिए भिलाई निगम के सभागार में कर्मचारी तैनात हैं जो पॉजिटिव की सूची प्राप्त होते ही कांटेक्ट ट्रेसिंग का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं! इसकी मॉनिटरिंग निगमायुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर डॉक्टर जामगेड़े एवं सीपीएम तुषार वर्मा कर रहे हैं! इस दौरान पॉजिटिव व्यक्ति से सही जानकारी मिलने पर उनका उपचार होम आइसोलेशन के दौरान सही तरीके से किया जा सकता है! इसलिए सैंपल देते वक्त अपना सही मोबाइल नंबर देना अति आवश्यक है ताकि पॉजिटिव मरीज को जल्द ही रिकवर किया जा सके!

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