एल्डरमेन की सूची नगरीय प्रशासन विभाग को प्रेषित
एक सप्ताह में नियुक्ति की संभावना
दिसंबर में होने वाले निकाय चुनाव को ध्यान में रख बिठाया गया जातीय समीकरण
भिलाई। एल्डरमेन पद पर नियुक्ति सप्ताह भर के भीतर जारी होने की संभावना है। रविवार को राजधानी के राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस की लोकसभा चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक संपन्न होने के बाद विधायको की ओर से अपने-अपने क्षेत्र के निकायों के लिए एल्डरमेन की सूची बनाकर नगरीय प्रशासन विभाग को भेजने का निर्देश दे दिया गया हैै। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा सूची को अनुशंसा के साथ राज्यपाल को भेजेगी। राज्यपाल के हस्ताक्षर से नियुक्ति जारी होगी। इसमें लगभग एक सप्ताह काा समय लगने का अनुमान है।
इस नियुक्ति में सामाजिक समीकरण के फार्मूले पर कांग्रेस का विशेष जोर रहने का संकेत है। दिसंबर में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को लेकर एल्डरमेन की नियुक्ति में सामाजिक समीकरण को साधने की चर्चा है।
भिलाई-दुर्ग के सभी निगम, पालिका व नगर पंचायत में शीघ्र ही एल्डरमेन के रिक्त पदों को भर दिया जाएगा। इसके लिए कांग्रेस के स्थानीय विधायकों की सहमति से बनी सूची नगरीय प्रशासन विकास विभाग को भेज दिए जाने का संकेत है। प्रदेश के सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के नेताओं ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद सभी निकायो में एल्डरमेन पद पर नियुक्ति किए जाने का संकेत दिया था। हाल ही में राजधानी में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बताया जाता है कि कांग्रेस की समीक्षा बैठक में एल्डरमेन के रिक्त पदों को भरने हेतु विधायकों से नाम प्रेषित करने को कहा गया। दिसंबर में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को दृष्टि में रखते हुए विधायकों को एल्डरमेन की नियुक्ति में क्षेत्रीय सामाजिक पृष्ठभूमि पर विशेष रूप से गौर करने की हिदायत दी गई है।
गौरतलब रहे कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही भाजपा शासनकाल में बनाए गए एल्डरमेन की नियुक्ति को शून्य घोषित कर दिया गया। दुर्ग जिले में भिलाई-दुर्ग और भिलाई-चरोदा के रूप में तीन नगर निगम है। भिलाई निगम में 11, दुर्ग में 9 तथा भिलाई-चरोदा निगम में एल्डरमेन के 8 पद है। इनमें से नये नियम के तहत दिव्यांगजन को भी एल्डरमेन बनाया जाना है। आबादी के लिहाज से भिलाई में दो और दुर्ग तथा चरोदा निगम में एक-एक दिव्यांग को एल्डरमेन बनाया जा सकता है।
यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि भिलाई नगर निगम की सीमा ढाई विधानसभा में समाहित है। भिलाई नगर व वैशाली नगर का संपूर्ण हिस्सा तथा दुर्ग ग्रामीण वधानसभा का 27 वार्ड निगम में आता है। भिलाई नगर के विधायक देवेन्द्र यादव महापौर भी है। जबकि दुर्ग ग्रामीण से गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू विधायक है। वैशाली नगर में कांग्रेस का विधायक नहीं होने से यह माना जा रहा है कि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और विधायक देवेन्द्र यादव की भिलाई निगम में होने वाली एल्डरमेन नियुक्ति में अहम भूमिका रहेगी।
जिला मुख्यालय दुर्ग नगर निगम में 9 एल्डरमेन बनाए जाने हैं। दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा की रजामंदी एल्डरमेन की होने वाली नियुक्ति में खास रहेगी। लेकिन यहां पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थकों को भी सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना से कोई भी इंकार नहीं कर रहा है। जिले का तीसरा नगर निगम भिलाई-चरोदा है। यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्थानीय निवास क्षेत्र है। इस वजह से एल्डरमेन पद के लिए उनके कुछ पुराने करीबियों का नाम महीनों से चर्चे में है। हालांकि यहां के कांग्रेस विधायक गुरु रुद्र कुमार प्रदेश सरकार में मंत्री है। इस लिहाज से उनके भी समर्थक उत्साहित है। ऐसे में यहां एल्डरमेन के 8 पदों पर मुुख्यमंत्री व पीएचई मंत्री के बीच तालमेल देखने को मिल सकता है।