दिल्ली

पिछली बार संक्रमित के साथ लगातार 10 मिनट तक संपर्क में रहने पर खतरा था, लेकिन इस बार यह समय घटकर सिर्फ एक मिनट रह गया है Last time there was a danger of being in contact with the infected for 10 minutes continuously, but this time it has reduced to just one minute.

दिल्ली में कोरोना की रफ्तार तीव्र गति से फैलती जा रही है। न केवल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, बल्कि संक्रमण रेट और मौतें भी रिकॉर्ड स्तर पर हो रही हैं। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 17,282 नए मरीजों की पुष्टि हुई और एक बार एक लाख से ज्यादा 1,08,534 सैंपल की जांच में 15.92 पॉजिटिव रेट दर्ज हुआ है। वायरस की वजह से 104 मरीजों की मौत हो गई।

मास्क नहीं लगाया तो होंगे संक्रमित
अगर आप बिना मास्क लगाए किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में एक मिनट के लिए भी आते हैं, तो वायरस आपको अपनी गिरफ्त में ले लेगा। दिल्ली और बाकी जगहों में तेजी से संक्रमण फैलने की यह एक बड़ी वजह मानी जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि पिछली बार संक्रमित के साथ लगातार 10 मिनट तक संपर्क में रहने पर खतरा था, लेकिन इस बार यह समय घटकर सिर्फ एक मिनट रह गया है।

पहले संक्रमित होने में लग रहे थे 10 मिनट
बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के रेस्पेरेट्री एक्सपर्ट डॉ. संजीव नय्यर ने कहा, ‘वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। एक मिनट में संक्रमित कर दे रहा है। पिछली बार ऐसा नहीं था। संक्रमित होने में 10 मिनट लग रहे थे।
वहीं, डॉक्टर ने बताया कि इस वक्त दिल्ली में 30 से 40 साल के युवा सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। क्योंकि इनकी आबादी ज्यादा है और ये लोग बाहर निकल रहे हैं।

तो पूरा परिवार हो रहा संक्रमित
घर में एक व्यक्ति के पॉजिटिव होने के बाद पूरा परिवार संक्रमित पाया जा रहा है।
कितना भी आइसोलेट हो जाएं, साथ में रहने वाले लोगों का बचना मुश्किल हो रहा है।’
इस बारे में डॉक्टर डी.के. दास ने कहा कि पहले मरीजों में सबसे बड़ी दिक्कत सांस की परेशानी थी। लेकिन इस बार लक्षण अलग है गेस्ट्रो यानी उल्टी, दस्त की भी समस्या हो रही है। स्किन पर लाल लाल रैसेज बन रहे हैं। मतलब कोरोना के लक्षण अगल हो रहे हैं।

वही अपोलो और शालीमार बाग फोर्टिस में सारे बेड फुल
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि के बीच वेंटिलेटर सहित कोविड-19 आईसीयू बिस्तर की सुविधा वाले 94 में से 69 अस्पतालों में इस प्रकार के सारे बिस्तर भर गए हैं और केवल 79 बिस्तर खाली हैं। एक आधिकारिक ऐप में दिए गए आंकड़ों में बुधवार को यह जानकारी सामने आई। ऐप के अनुसार, अपोलो अस्पताल और शालीमार बाग का फोर्टिस अस्पताल में बिस्तर पूरी तरह भरे हैं।

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