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18 मौत के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 43 फीसदी रहने से फिर बढ़ी चिंता, Concerns rise again with 43 deaths per cent of 18 deaths

लगातार जारी है कोरोना संक्रमणों की दर में उतार चढाव
भिलाई / कोरोना संक्रमित मरीजों के औसत में दिन प्रतिदिन आ रहे उतार चढ़ाव से लोगों में कभी खुशी तो कभी गम का अहसास हो रहा है। सोमवार को संक्रमित मरीजों का औसत 37 फीसदी रहने से लोगों को राहत की उम्मीद नजर आई थी। मंगलवार को संक्रमितों का औसत बढ़कर 43 फीसदी के आसपास पहुंच जाने चिंता फिर से बढ़ गई है।
दुर्ग जिले में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। संक्रमितों के औसत में उतार-चढ़ाव बने रहने से लोगों में खौफ  बना हुआ है। मौत के आंकड़े भी डरा रहे हैं सोमवार को 4224 सेंपलिंग हुई थी। जिसमें 1651 पॉजिटिव केस के साथ संक्रमित मरीजों का औसत 38 फीसदी के लगभग रहा। इससे एक दिन पहले 11 अप्रैल को 3252 सेंपल में से 1651 में संक्रमित की पुष्टि के साथ संक्रमित मरीजों का औसत 56 फीसदी रहा था। इस दिन 26 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हुई है। संक्रमितों के औसत और मौत के इस आंकड़े से लोगों में काफी अधिक पैदा हो गया था। अगले दिन 12 अप्रैल को 11 मौत के साथ संक्रमितों का औसत 38 फीसदी रहने से कोरोना से खौफज़दा लोगों में राहत की उम्मीद जाग उठी थी। लेकिन 13 अप्रैल को 4081 सेंपल में से 1755 नए संक्रमितों के सामने आने से औसत बढ़कर 43 फीसदी हो जाने से एक दिन पहले नजर आए राहत की उम्मीदों को झटका लगा है। इससे लोगों में कभी खुशी तो कभी गम का अहसास होने के साथ ही चिंता बनी हुई है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि 13 अप्रैल को 12 मेडिकल स्टाफ के संक्रमित हो जाने से भिलाई-3 में कोरोना संदिग्धों की एंटीजन जांच बंद कर दिया गया है। जबकि आरटी पीसीआर जांच यहां पर 11 अप्रैल से ही बंद है। अगर भिलाई- 3 सेंटर में सेंपल लेकर जांच की जाती तो निश्चित रूप से जिले में 13 अप्रैल को संक्रमित मरीजों के 43 फीसदी के लगभग रहे औसत में इजाफा होता। भिलाई-3 में जांच बंद रहने के बावजूद सोमवार को संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 43 फीसदी रहना लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। दुर्ग जिले में कोरोना को लेकर राहत भरी बात यही है कि पिछले तीन दिन से कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 2 हजार के नीचे बना हुआ है। लॉकडाउन के बावजूद 10 अप्रैल को 2272 और 8 अप्रैल को 2132 संक्रमित मरीजों के मिलने से जिले में कोरोना का खौफ काफी ज्यादा बढ़ गया था। इसके बाद पिछले तीन दिनों में क्रमश: 1651,1591 व 1755 संक्रमितों का आंकड़ा इस लिहाज से राहत देने वाला है कि यह 2000 से नीचे आ गया है। दोपहर बाद भिलाई तीन में शुरू हो सका जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिलाई-3 में आज दोपहर के बाद पाटन से लैब टेक्निशियनों की नई टीम पहुंचनें पर कोविड जांच शुरू की गई। यहां पर 11 अप्रैल से आरटीपीसीआर जांच नहीं हो पा रही है। वहीं लगभग 12 स्टाफ के कोरोना सक्रमित हो जाने से 13 अप्रैल को पूरे दिन रैपिड एंटीजन टेस्ट भी बंद रहा। बताते है प्राथममिक स्वास्थ्य केन्द्र भिलाई-3 में चिकित्सक, ड्रेसर, फामासिस्ट, लैब टेक्निशियन, वाहन चालक, आया सहित वैक्सीन वितरण करने वाला कर्मचारी कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए हैं। इससे मजबूरन कोविड के नये मरीजों की जांच मंगलवार को रोकना पड़ा। आज सुबह भी अपने निर्धाति समय पर सेंपलिंग का कार्य शुरू नहीं होने से जांच कराने पहुंचे कोरोना संदिग्ध लौट गए। दोपहर 1 बजे के लगभग विकासखंड मुख्यालय पाटन से लैब टेक्निशियनों का एक दल भिलाई-3 पहुंचा। जिसके बाद रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू किया गया। विभाग द्वारा भिलाई-3 के लिए पहले से ही एक टेक्निशियन की नियुक्ति कर दी गई है। लेकिन अभी तक उसने ज्वाइनिंग नहीं दी है। वहीं 13 अप्रैल को फिर से दो टेक्निशिनों को यहां पर नियुक्ति दी गई है। ये दोनों प्रशिक्षण के बाद अपना काम शुरू करेंगे ।

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