कोरोना महामारी का असर रमजान के पवित्र महीने पर, जामा मस्जिद देवकर में तैयारियां शुरू
✍️गौतम साहू /मुदस्सर मोहम्मद
बेमेतरा/देवकर:- महामारी कोविड-19 के प्रभाव एवं ज़िलाव्यापी तालाबन्दी के बीच आगामी दिनों क्षेत्र में मुस्लिम समाज का पवित्र महीना रमजान की दस्तक होने वाली है।सन्ध्याकाल में चांद के दीदार के साथ ही मुस्लिम समुदाय की ओर से रमजान की अधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।जिसके पश्चात मुस्लिम समाज के लोग पूरी शिद्दत के साथ अगले तीस दिन तक रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करेंगे।लेकिन इस बार कोरोना इफेक्ट के चलते क्षेत्र में रमजान के पाक महीना फीका रहने वाला है।इसके बावजूद इस पाक अवसर की तैयारियों में अभी से मुस्लिम समुदाय के लोग जुट गए है।जिसकी झलकियां देवकर नगर स्थित जामा मस्जिद पर स्थानीय मुस्लिम समाज द्वारा की जा रही साफ-सफाई, सजावट एवं मरम्मत करते देखा जा सकता है।दरअसल हर साल रमजान के पूर्व देवकर के मुस्लिम समाज द्वारा मस्जिद पर ईद के पूर्व 30 दिनों के लिए साफ-सफाई व आकर्षक सजावट करते हुए रंग-बिरंगी लाइटिंग की जाती है।जिसमे नगर क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के समस्त वर्ग(युवा, बच्चे, बुजुर्ग, महिला) रोजेदार सुर्योदय से पहले फजर की अजान से पहले शेहरी(एक प्रकार का उपवास पूर्व खाना पीना)कर दिनभर बिना खाये पिये रब की ईबादत करते है,फिर सूर्यास्त के पश्चात मगरिब के अजान के साथ इफ्तार कर रोजा तोड़ते है।इस दौरान रात्रि में सामुहिक रूप से इकट्ठा होकर मस्जिद में तराबीह की नमाज अदा करते है।वही रमजान के तीसवें दिन चांद की पुनः दीदार कर धूमधाम से ईद का प्रमुख त्यौहार मनाते है। चूंकि पिछले साल भी देशव्यापी लॉकडाउन के साये के बीच रमजान और ईद मनाया गया था।जिसमे कोरोना सम्बन्धी प्रशासनिक दिशा-निर्देश का पालन करते हुए रमजान के दौरान अपने अपने घरो में ही रोजा रखकर इबादत करते हुए त्यौहार मनाया गया था।जो इस बार भी क्षेत्र में फैलते कोरोना संक्रमण के कारण प्रभावित हो रही है।ज्ञात हो कि देवकर नगर एवं निकटस्थ मोहगांव में मुस्लिम समाज की खासी आबादी निवास करती है, जो इस बार कोरोना इफेक्ट के प्रभाव में फीका रमजान व ईद मनाएंगे।