नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए झुग्गी बस्तियों एवं गांवों में किया जा रहा जन जागरूकतानोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए झुग्गी बस्तियों एवं गांवों में किया जा रहा जन जागरूकता Public awareness is being done in slums and villages to prevent the infection of novel corona virus
नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए झुग्गी बस्तियों एवं गांवों में किया जा रहा जन जागरूकता
देखभाल एंव सरंक्षण के जरूरतमंद बच्चों की मदद
राष्ट्रीय इमरजेंसी निःशुल्क चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की व्यापक प्रचार
कवर्धा, 12 अप्रैल 2021। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री रमेश कुमार शर्मा के मार्गदर्शन एवं दिशानिर्देश अनुसार मंत्रालय भारत सरकार महिला एंव बाल विकास विभाग नई दिल्ली, चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से आस्था समिति द्वारा क्रियान्वित चाइल्ड लाइन 1098 परियोजना के द्वारा 10 अप्रैल को जिले के झुग्गी बस्तियों एवं ग्राम अमलीडीह में सघनता के साथ देखभाल एंव संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों के पुनर्वास के लिए जागरूकता कार्य किया जा रहा है। झुग्गी बस्तियों में बच्चों, महिलाओं, नागरिकों को नोवल कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। मास्क का वितरण, दो गज की दूरी का पालन, शारिरिक एंव सामाजिक दूरी बरकरार रखने, कोरोना वायरस के लक्षण पता चलते ही त्वरित जाँच एंव उपचार करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइंस अनुसार छह चरणों में हाथ धुलाई का भी अभ्यास कराया जा रहा है। शासन प्रशासन द्वारा जारी कोरोना संक्रमण रोकथाम प्रोटोकॉल एवं गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन करने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। मोहल्ले के लोगों को जिला स्वास्थ्य समिति एंव जिला प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बरों की भी जानकारी दी जा रही है।
बच्चों के विशेष मदद के लिए राष्ट्रीय इमरजेंसी निःशुल्क चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की मदद लेने के लिए अपील किया जा रहा है
चाइल्ड लाइन 1098 एक राष्ट्रीय इमरजेंसी 24 घण्टे चलने वाली निःशुल्क फोन एंव आउटरीच सेवा है। उन बच्चों के लिए जिन्हें देखभाल एंव संरक्षण की जरूरत है। जिला प्रशासन के निर्देश कोरोना गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन कराने के लिए चाइल्ड लाइन 1098 टीम शहरी क्षेत्रों एंव ग्रामीण क्षेत्र में पृथक पृथक टीम बनाकर कार्य कर रहे हैं। ताकि किसी भी इमरजेंसी और बच्चों की सुरक्षा के लिए त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके। चाइल्ड लाइन टीम द्वारा बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम, बच्चों को नशा से उन्मूलन, बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रमिक रोकथाम, बच्चों में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण, दोषियों पर कार्यवाही, बच्चों को गुड टच एंव बेड टच की जागरूकता किया जा रहा है। बच्चों को बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत करने के उपरांत शासन के योजना अनुसार पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है। अनाथ, घुमन्तु, लावारिस, गुमशुदा, एकल अभिभावक, दिव्यांगों, बीमारियों से ग्रसित बच्चे चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की मदद ले सकते हैं। जागरूकता कार्य में चन्द्रकान्त यादव केन्द्र समन्वयक, चित्रारेखा राडेकर काउंसलर, राधिका धुर्वे, महेश निर्मलकर, राजेश कुमार कश्यप, तबस्सुम खान, दुर्गा साहू, दुर्गेश साहू टीम मेम्बर एंव रामलाल पटेल वालेंटियर शामिल थे।