जिले में प्रति परिवार औसत मानव दिवस 72 दिन दिया गया रोजगार
जिले में प्रति परिवार औसत मानव दिवस 72 दिन दिया गया रोजगार
29 हजार से अधिक परिवारों को 100 दिवस का रोजगार
कांकेर – कलेक्टर चंदन कुमार तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे के मार्गदर्शन में जिले में इस वित्तीय वर्ष में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना अंतर्गत लक्षित 70.45 लाख मानव दिवस के विरूद्ध 75.61 लाख मानव दिवस प्राप्त किया गया जो लक्षित मानव दिवस का 107 प्रतिशत है। जिले में इस वित्तीय वर्ष में 8995 कार्य पूर्ण किये गये, जिसमें हितग्राहियों के खेत में 1744 निजी डबरी का निर्माण, 17 कूप निर्माण, 34 सामुदायिक नया तालाब, 240 तालाब गहरीकरण, 264 मुर्गी शेड, 1408 वर्मी कम्पोस्ट शेड, 39 आंगनबाड़ी भवन, 358 धान चबूतरा, 197 गौठान एवं चारागाह तथा 16 व्यवर्तन (नहर लाईनिग) आदि का कार्य पूर्ण कर कोरोना काल में होने के बावजूद लोगो को रोजगार प्रदान कर गांवों में स्थायी परिसम्पत्ति निर्माण किया गया है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में जिले में 29,347 परिवारों को 100 दिवस रोजगार, 5096 परिवारों को 200 दिवस रोजगार, 6470 वनाधिकार मान्यता प्राप्त हितग्राहियों को रोजगार दिया गया तथा 975 दिव्यागजनों को रोजगार प्रदान किया गया है। जिले में औसतन 72 दिन का रोजगार मनरेगा योजना से प्रति परिवार रोजगार प्रदाय किया गया है, जो पिछले 10 वर्षो की तुलना में अधिक है। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा के तहत मजदूरी दर 190 रूपये से बढ़ाकर 193 रूपये वृद्धि की गई है। मनरेगा के तहत इस वर्ष दुरस्थ क्षेत्रों में 149 भवनविहिन आंगनबाड़ी तथा 72 उचित मूल्य की दुकान स्वीकृत किया गया है, साथ ही 65 नरवा में 2451 जल संरक्षण एवं संवर्धन के संरचना स्वीकृत किये गये हैं, जिसमें से 2390 संरचना पूर्ण हो गया है। इस प्रकार कोरोना काल में भी जिले के 01 लाख 51 हजार परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है तथा सभी परिवारों को औसतन 72 दिवस का रोजगार के साथ औसतन 13,680 रूपये मजदूरी से आय प्राप्त हुआ है।
सीईओं जिला पंचायत ने गांवों की जरूरत के मुताबिक कार्य का प्रस्ताव स्वीकृति हेतु भेजने के लिए जनपद सीईओ को निर्देश दिये है। कोरोना महामारी के बढ़तें प्रभाव को देखते हुये, सभी जनपद सीईओं, पीओं मनरेगा को निर्देश दिया गया है कि मनरेगा के कार्य में मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी, हाथ धुलाई का नियमित रूप से पालन किया जावे।
मनरेगा में बने कुआ से किशनलाल के घर आई खुशियां
दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चिहरों के हितग्राही किशनलाल पिता थानासिंग की पड़त भूमि में मनरेगा के तहत कुंआ का निर्माण 2.34 लाख रूपये से किया गया, उक्त कुंआ के पानी से उनके द्वारा अपनी बाड़ी में सिंचाई कर साग-सब्जी, मक्का की खेती किया जा रहा है, हितग्राही किशनलाल के घर में पानी की समस्या दूर हो गई है, साथ ही सब्जी-भाजी की खेती से स्वयं उपभोग करने के साथ कुछ आमदानी भी हो रहा हैै, जिससे उसके पूरा परिवार खुश है।