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महाराष्ट्र में कोरोना का कहर बरकरार, आंकड़ा पहुंचा करीब 50 हजार, 277 लोगों की मौत

महाराष्ट्र में कोरोना (Corona) का महाविस्फोट कायम है. शनिवार को भी राज्य में करीब 50 हजार नए केस सामने आए. यानी आंकड़े हर रोज बढ़ते ही जा रहे हैं और किसी को समझ नहीं आ रहा है कि इसे रोका कैसे जाए. मुख्यमंत्री पूछ रहे हैं अगर लॉकडाउन नहीं चाहिए तो उपाय बताइए. विपक्ष कह रहा है टेस्टिंग बढ़ाइए, वैक्सीनेशन बढ़ाइए, स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाइए, लेकिन लॉकडाउन नहीं लगाइए. सरकार में शामिल पार्टी कांग्रेस कहती है कि लॉकडाउन उपाय नहीं है. दूसरी सहयोगी पार्टी एनसीपी के नेता छगन भुजबल कहते हैं कि लॉकडाउन ही उपाय है. लेकिन एक हफ्ते के लॉक़डाऊन से कुछ नहीं होगा. कम से कम तीन हफ्ते का लॉकडाउन लगाइए.

इस बीच मुख्यमंत्री ने शनिवार को साफ संकेत दे दिया कि लॉकडाउन अटल है. उन्होंने कहा, “ धीरे-धीरे चीजों को बंद करने की कोशिशें करके हमने देख ली. लेकिन लोग सुन नहीं रहे हैं. धीरे-धीरे चीजों को बंद करने से कहीं ज्यादा फायदेमंद एकदम से सब बंद करने के बाद धीरे-धीरे चीजों को शुरू करने से होता है. “ यह हमारा अनुभव है, ऐसा मुख्यमंत्री ने आज संपादकों के साथ मीटिंग में कहा.

काफी समय से मुख्यमंत्री ने एक मुहिम शुरू की हुई है ‘माझे कुटुंब, माझी जबाबदारी’ (मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदीरी) यानी हर व्यक्ति अपने परिवार का ख्याल रखे और कोरोना नियमों का पालन करे तो राज्य में कोरोना संक्रमण थमेगा. लेकिन मुख्यमंत्री को आज कहना पड़ा कि जनता नियमों का पालन नहीं कर रही. नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर कहते हैं कि मुख्यमंत्री खुद अपने परिवार को कोरोना संक्रमण से नहीं बचा पाए और उनकी धर्मपत्नी रश्मि ठाकरे और पुत्र आदित्य ठाकरे को भी कोरोना हो गया तो वे बाकी लोगों को किस मुंह से लेक्चर सुना रहे हैं? यानी राज्य में बेहिसाब बहस चल रही है, बेलगाम कोरोना बढ़ रहा है.

बेलगाम कोरोना, बेहिसाब आंकड़े

निवार को महाराष्ट्र में 49 हजार 447 नए पॉजिटिव के सामने आए. 277 लोगों की मौत हो गई. राहत की बात बस यही रही कि 37 हजार 821 लोग ठीक होकर घर गए. हालांकि यह भी सोचने वाली बात है कि हर रोज ठीक होने वाले लोगों के आंकड़े नए सामने आने वाले कोरोना पॉजिटिव लोगों से कम ही होते हैं. अगर इसी तरह ठीक होकर घर जाने वाले लोगों की तादाद संक्रमित होने वाले लोगों की तादाद से कम रही तो आने वाले समय में बेड्स और स्वास्थ्य सुविधाएं तो दम तोड़ जाएंगी? डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी का रोना तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पहले ही रो चुके हैं.

अब तक राज्य में कोरोना की स्थिति

अब तक राज्य में 2 करोड़ 3 लाख 43 हजार 123 लोगों की टेस्टिंग हो चुकी है. इनमें से 14.52% लोग पॉजिटिव आए. यानी राज्य में अब तक 29 लाख 53 हजार 523 लोग पॉजिटिव हो चुके हैं और 24 लाख 95 हजार 315 लोग कोरोना से ठीक भी हो चुके हैं. राज्य का रिकवरी रेट इस समय 84.49% है. दूसरी तरफ अब तक राज्य में 55 हजार 655 लोगों की मौत हो चुकी है. इस तरह राज्य में फिलहाल मृत्यु दर 1.88% है. वर्तमान में ऐक्टिव रोगियों की संख्या 4 लाख 1 हजार 172 है. इस समय राज्य में 21 लाख 57 हजार 135 लोग होम क्वारंटीन है, जबकि 18 हजार 994 लोग इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन हैं.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिए कड़क लॉकडाउन के संकेत

कोरोना की इस दूसरी लहर को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार आखिर क्या करने जा रही है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. राज्य के कई जिलों में पहले ही जिला स्तरीय लॉकडाउन लगाया जा चुका है, या लॉकडाउन जैसे ही कड़े प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं. पुणे में शनिवार से आंशिक लॉकडाउन शुरू हो गया. बीड, अमरावती, बुलढाणा, सोलापुर में भी कहीं कड़े प्रतिबंध तो कहीं वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है. इन कड़े प्रतिबंधों के बावजूद कोरोना के संक्रमण में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है इसलिए अब पूरे महाराष्ट्र में कंप्लीट लॉकडाउन के अलावा सरकार के सामने कोई और विकल्प नहीं दिखाई दे रहा है

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