संघर्ष और सफलता:शादी के बाद परिवार की जिम्मेदारियों के साथ की तैयारी, सीआईएसएफ में भर्ती हो गई बगौद की बेटी

शादी के बाद ससुराल पहुंचते ही बेटियों पर घर परिवार चलाने की जिम्मेदारी आ जाती है। जिदंगी सिर्फ घर परिवार की जिम्मेदारी संभालने में ही सीमित हो जाती है। बचपन में देखी गई ख्वाहिसें भी अधिकांश बेटियों की शादी के बाद खत्म सी हो जाती है, लेकिन बगौद की रहने वाली बेटी के हौसले शादी के बाद भी कम नहीं हुए।
शादी के बाद भी परिवार की जिम्मेदारियों के साथ तैयारी की और सीआईएसएफ में चयन होने के बाद ही दम लिया। ससुराल पक्ष ने भी भरपूर सहयोग किया। आगे बढ़ने में मदद की। चयन के बाद योगिता निषाद ने बताया कि बचपन में ही देश की सेवा करने का सपना देखा था जो अब पूरा हुआ। बगौद की रहने वाली योगिदा निषाद की साल 2019 में चुचरूंगपुर निवासी विक्रम निषाद के साथ शादी हुई थी। योगिता के पति पहले से ही सीएएफ में पदस्थ है। शादी से पहले भी योगिता सीआईएसएफ में जाने की तैयारी में जुटी रहीं।
ससुराल पहुंचने पर उसे वहां भी उसी तरह का माहौल बना। आगे बढ़ने में पति व ससुर से मदद की। भरपूर सहयोग किया। योगिता की मेहनत भी रंग लाई और वह देशसेवा के लिए चयनित हुई। सीआईएसएफ में चयन होने के बाद योगिता के गांव बगौद व ससुराल चुचरूंगपुर में खुशी का माहौल है।
बुधवार को ड्यूटी पर जाने के लिए योगिता को विदाई दी गई। इस दौरान ग्राम पंचायत मंदरौद सरपंच खूबलाल दीवान, पवन कुमार निषाद, पूर्व सरपंच प्रेमचंद साहू, छबि निषाद, लताबाई निषाद, कुमार निषाद, लाभुराम निषाद, बलराम निषाद, अक्तू निषाद, अमरलाल निषाद, गिरधारी, अशोक, सुरेश निषाद, लीला, गणेश, नारायण, नरेश निषाद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।