छत्तीसगढ़

खाद्य विभाग बगैर शिकायत नहीं करता कार्रवाई, इसलिए बिक रहा पेट्रोल बम

*खाद्य विभाग बगैर शिकायत नहीं करता कार्रवाई, इसलिए बिक रहा पेट्रोल बम*

 

सबका सँदेश
*कान्हा तिवारी, जांजगीर-चांपा।*
ज्वलनशील पेट्रोल की खुले में बिक्री जारी है। प्रशासन इस ओर अब तक आंखें बंद किए हुए है। खाद्य विभाग के अफसर भी कार्रवाई के मूड में नहीं हैं। क्योंकि उन्हें शिकायत नहीं मिलती इसलिए वे कार्रवाई भी नहीं करते, उन्हें बड़े हादसे का इंतजार है। जगह, जगह खुल चुकी पेट्रोल की अवैध दुकानों में लोगों से मनमाना पैसा भी लिया जा रहा है। शहर के गली, मोहल्लों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम पेट्रोल बेचा जा रहा है।

 

शहर में अनेक स्थानों पर पेट्रोल बम लगे हुए हैं। शहर के रिहायशी इलाके में खुलेआम पेट्रोल बेचा जा रहा है। कई क्षेत्रों में दुकानदार पेट्रोल का अवैध भंडारण किए हुए हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों में कभी भी किसी बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। यह गैरकानूनी तो है ही, इसमें मिलावट का भी धंधा खूब फल फूल रहा है। बोतलों में बंद सड़क किनारे खुले में रखे पेट्रोल बेहद घातक सिद्ध हो सकते हैं। छोटी सी लापरवाही या किसी की बदमाशी तबाही मचा सकती है। और हां, यह सब खाद्य विभाग के अफसरों की मिलीभगत से चल रहा है। अवैध रूप से पेट्रोल बेचने वाले ये लोग विभिन्न पंपों से बड़े जेरीकेन में पेट्रोल खरीद कर लाते हैं। फिर इसमें सॉल्वेंट, थिनर और केरोसिन तेल आदि मिलाकर बेचते हैं।

*कैसे करें पहचान*
जिस केन या बोतल में पेट्रोल भरा होगा, उसमें गैस अधिक बनेगी। मिलावटी पेट्रोल को हाथ पर डालते ही वह स्थान ठंडा पड़ने के साथ सफेद पड़ जाता है। वहीं वाहन में डालने पर वह जल्दी धुआं देने लगता है।

बकौल जिला खाद्य अधिकारी अमृत कुजूर- पेट्रोल-डीजल की खुलेआम बिक्री नियम विरूद्ध है। जब कोई शिकायत करेगा तब देखा जायेगा। अभी तुम पत्रकारों को क्या समस्या है।

बोर्ड लगाकर बेचते हैं पेट्रोल बम
शहर के व्यस्ततम चौक-चौराहों में प्लास्टिक डिब्बों में खुलेआम पेट्रोल की बिक्री हो रही है। यह काम चोरी-छिपे भी नहीं हो रहा है। बकायदा दुकानों के सामने यहां पेट्रोल मिलता है, का बोर्ड लगा रहता है। दुकान के अंदर ज्वलनशील पेट्रोल का भंडारण कर रखा जाता है जो घातक साबित हो सकता है। वहीं प्रशासन इस ओर अब तक आंखें बंद किए हुए है। पेट्रोल की खुलेआम बिक्री के लिए शहर के कचहरी चौक, केरा रोड, रेलवे स्टेशन रोड, शारदा चौक, जिला अस्पताल सहित टीसीएल कॉलेज मार्ग सहित नगर क्षेत्र के कई इलाके शामिल हैं।

*किसी बड़े हादसे का इंतजार*

खुलेआम सड़क पर बिक रहे मौत के इंतजाम से प्रशासन अनजान नहीं है। पुलिस व अन्य प्रशासनिक अधिकारी उन रास्तों से गुजरते ही हैं। जहां दुकानों के सामने टेबल पर रखे इन बाेतलों पर किसी की नजरें नहीं जाती। जिला अस्पताल के सामने भी यह नजारा आसानी से देखा जा सकता है।

*20 से 25 रुपए लीटर महंगा बेचते हैं पेट्रोल*
आमतौर पर पेट्रोल बेचने वाले दुकानदारों के ग्राहक ऐसे होते हैं, जिनका वाहनों का पेट्रोल बीच रास्ते में खत्म हो जाता है। ऐसे ग्राहकों का यह दुकानदार शोषण करते है। पेट्रोल निर्धारित दर से 20 से 25 रुपए लीटर अधिक भाव में लोगों को बेचा जाता है। सब जगह रेट अलग-अलग होता है। अभी कई जगहों पर 110 तो कहीं 130 रुपए लीटर बेचा जा रहा है। इस पेट्रोल की शुद्धता की भी कोई गारंटी नहीं होती।

*वाहनों का इंजन होता है खराब*
गैरेज संचालकों के अनुसार खुले में पेट्रोल बेचने वाले ज्यादा मुनाफे के लालच में थिनर मिलाते हैं। इससे गाड़ी के इंजन को भारी नुकसान होता है। माइलेज पर बुरा असर पड़ता है। गाड़ी की पिकअप और एवरेज डाउन हो जाता है। कार्बोरेटर में जल्द ही कार्बन जमता है। गाड़ी अधिक धुआं देती है। यह धुआं स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।

*पंप संचालकों पर हो कार्रवाई*
नियमानुसार ज्वलनशीन पेट्रोल , डीजल की बोतल या केन में बिक्री अवैध है। बावजूद इसके पेट्रोल पंप संचालक अधिक बिक्री के चक्कर में ग्रामीणों को बोतलों के साथ केन में भर कर पेट्रोल, डीजल बेच रहे हैं। यही पेट्रोल शहर के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम बेचा जा रहा है।

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