छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

एचटीसी के माध्यम से बखूबी निभा रहे सामाजिक उत्तरदायित्व, Social Responsibility Performing Well Through HTC

प्रोत्साहन देकर खेल प्रेमी व खिलाडिय़ों के दिल में बनाई जगह
भिलाई / इन्द्रजीत सिंह छोटू। यह वह नाम है जिसकी शख्सियत भिलाई-दुर्ग में तजी के साथ लोकप्रियता का सोपान तय कर रही है। छोटू भैया के नाम से पहचाने जाने वाले इन्द्रजीत सिंह प्रदेश के प्रसिद्ध भिलाई की हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के डायरेक्टर है। खेल और खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन देकर इन्द्रजीत सिंह छोटू युवा पीढ़ी के रोल मॉडल बन गए हैं। अपनी कंपनी और मजबूत टीम के माध्यम से वे दिवंगत पिता वीरा सिंह की दी गई सीख के अनुरुप सामाजिक उत्तरदायित्व को भी बखूबी निभा रहे हैं।
हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के डायरेक्टर इन्द्रजीत सिंह छोटू इन दिनों भिलाई-दुर्ग सहित आसपास में होने वाले ज्यादातर खेल आयोजनों में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष भागीदारी निभा रहे हैं। क्रिकेट हो या फिर फुटबाल प्रतियोगिता के आयोजन में इन्द्रजीत सिंह छोटू की मौजूदगी खेल प्रेमियों के साथ खिलाड़ी और आयोजकों में एक अलग ही तरह का उत्साह भरने का काम कर रही है। खेल और खिलाडिय़ों को हर तरह से प्रोत्साहन देकर इन्द्रजीत सिंह छोटू तेजी के साथ युवा वर्ग के बीच रोलमॉडल के रूप में लोकप्रिय होते चले जा रहे हैं। इसका प्रमाण इस बात से स्वत: ही मिलता है कि शहर में होने वाले खेल की विभिन्न प्रतियोगिताओं के उद्घाटन और पुरस्कार वितरण समारोह में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बजाए मुख्य अतिथि के रूप में इन्द्रजीत सिंह छोटू को आमंत्रित किए जाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। ऐसा नहीं कि इन्द्रजीत सिंह की भूमिका सिर्फ अतिथि बनने तक ही सीमित है बल्कि खेल आयोजन और खिलाडिय़ों को हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से यथासंभव सहयोग करने में भी स्वस्फूर्त योगदान दे रहे हैं। हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी का जनसेवा और समाज हित से भी वास्ता रहा है। इस परंपरा को कंपनी के संस्थापक वीरा सिंह ने अपने जीते जी शुरू किया था। उनके नहीं रहने पर इन्द्रजीत सिंह ने पिता से विरासत के रूप में मिली परंपरा को कायम रखते हुए अनेकों उदाहरण पेश किया है। ताजा उदाहरण कोरोना काल में देखने को मिला। उन्होंने लॉकडाउन में रोजगार से वंचित जरुरतमंद परिवारों के लिए राशन सामग्री का नि:शुल्क वितरण कराया। भिलाई नगर, वैशाली नगर और अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में जहां-जहां से आवाज आयी वहां अपनी टीम भेजकर राशन सामग्री उपलब्ध कराने में देर नहीं लगाई। इतना ही नहीं अपने संस्थान में काम करने वालों के हर सुख दुख और जरुरतों का ख्याल रखा। सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने में भी दिवंगत पिता की सोंच व भावनाओं को सम्मान देते हुए इन्द्रजीत सिंह ने गरीब बेटियों के हाथ पीले कराने, जरुरतमंदों को शैक्षणिक सुविधा दिलाने, गंभीर रूप से बीमार आर्थिक रूप से कमजोर की मदद के साथ ही सुख-दुख में अपेक्षा लेकर हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के कार्यालय आने वालों को कभी निराश होने नहीं दिया। अपनी जरुरत पल भर में पूरी हो जाने के बाद जब लोग कंपनी के कार्यालय से बाहर निकलते हैं तो उनकी जुबां पर इन्द्रजीत सिंह छोटू के लिए अनगिनत दुआएं रहती है ।

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