पंडरिया महाविद्यालय के समस्याओं का समाधान हेतु दिया ज्ञापन – रविमानिकपुरी*
*पंडरिया महाविद्यालय के समस्याओं का समाधान हेतु दिया ज्ञापन – रविमानिकपुरी*
ब्लाक की सबसे बड़ी और पुराना कॉलेज होते हुए भी पंडरिया कॉलेज में विकास की गति धीमी है।
वनाचल बहुलक क्षेत्र से यहाँ शिक्षा ग्रहण के लिए आते हैं छात्र, जो कि आर्थिक स्थिति से बहुत ही कमजोर होते हैं।
*इंदिरा गांधी शासकीय महाविद्यालय पंडरिया के विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु माननीय श्री उमेश पटेल जी के नाम पर जिला अध्यक्ष श्री नीलकंठ चंद्रवंशी जी को शौपा ज्ञापन,*
छात्रसंघ अध्यक्ष रविदास मानिकपुरी ने महाविद्यालय के विभिन्न समस्याओं को सामने रखा। PG के छात्रों को कक्ष के आभाव के कारण शिक्षा ग्रहण करने में बहुत समस्या होती है।
साथ ही खेल कूद के लिए प्रयाप्त मैदान होते भी खेल कूद से छात्र वंचित रहते है।
महाविद्यालय की स्थापना 01/11/1984 को हुई है. फिर भी यह महाविद्यालय अनेकानेक समस्याओं से जूझ रहा है। महाविद्यालय के लिए-
मद विवरण जिसकी आवश्यक्ता है-
01. 15 कमरा 20×40 वर्गफिट का । महाविद्यालय में अध्यापन के लिए कमरा नही है ।
इसके समकालीन सभी महाविद्यालयों को यह सुविधा उपलब्ध है।
02. केंद्रीय ग्रंथालय जिसमे जिम. 01 अध्ययन कक्ष , 02 आफिस प्रसाधन गृह के साथ 01 स्टोर रुम तथा 03 अन्य प्रसाधन गृह।
03. खेल कूद का मैदान एवं बाउंड्रीवाल का निर्माण।
04. महाविद्यालय को स्नातकोत्तर महाविद्याल घोषित किया जाना ।
इसके समकालीन सभी महाविद्यालयों को यह सुविधा उपलब्ध है।
आदि समस्याओं के समाधान हेतु जिला अध्यक्ष जी से आग्रह किया गया ताकि छात्रों की आवाज मंत्री जी तक पहुंच सके।
और छात्र- छात्राओं के अध्ययन में किसी भी प्रकार की समस्या बाधा न बने।
महाविद्यालय के छात्र ने अध्यक्ष जी का मुख्य मार्ग पर स्वागत करके समस्याओं को सामने रखा।
और इसके समाधान हेतु निवेदन किया,
साथ ही शिक्षा मंत्री उमेश पटेल जी व कुल सचिव जी के नाम पर ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए भी ज्ञापन दिया गया।
जिससे छात्रों की मनोदशा पर प्रभाव न हो।
ऑफ़लाइन परीक्षा होने से छात्रों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जिससे शारीरिक और मानषिक रूप से हानि पहुंच सकती है।
जिसमे मुख्य रूप से- सुरेश दिवाकर पवन मोहले, राबिया खान, लक्ष्मी, सुमन चंद्रवंशी, हरेन्द्र बंजारे दीपक चंद्राकर, समर चंद्राकर राजा जायसवाल नरेश धुलिया, आनंद, ऋषि,अशोक निषाद, रामप्रसाद, रमेश जोगी, भजन जोगी, मुकेश यादव, रवि यादव, समर चंद्राकर , रवि मसीह, श्रवण डाहिंरे,रूपचंद दिवाकर, सुरजीत बघेल, पिंकू, प्रताप धुर्वे, अनिल निषाद, दुर्गेश ठाकुर, दिनेश जायसवाल, दिलीप, उदय, माधवेश, दीपक भारतेंदु भजन जोगी कृष्णा व बहुत संख्या में छात्र उपस्थित रहे हैं।