चिल्फी में आजीविका संवाद 2021 संपन्न

चिल्फी में आजीविका संवाद 2021 संपन्न
जीवन यादव सबका संदेश कवर्धा
कवर्धा: मुख्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन भूपेश बघेल के मंशानुरूप व वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में नवाचार की परिकल्पना औषधीय पौधे व परंपरागत ज्ञान आधारित सतत आजीविका विकास हेतु परिचर्चा एवं क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन आजीविका संवाद 2021 सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के संयोजक वैद्य निर्मल कुमार अवस्थी ने बताया कि वनमंडलाधिकारी वन मंडल कवर्धा एवं परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवस यह आयोजन चिल्फी वनपरिक्षेत्र आयोजित किया गया जिसमें कबीरधाम जिले के आदिवासी जनजाति व अन्य समुदायों के पारंपरिक वैद्यों, वनौषधियों के संग्राहकों वन वासियों के अलावा संयुक्त वन प्रबंधन समिति व जैव-विविधता प्रबंधन समिति के सदस्य तथा स्थानीय स्वसहायता समूहों एवं वनमंडल कवर्धा के सभी वन वनपरिक्षेत्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित 257 प्रतिभागियों ने दो चरण में भाग लिया। इस कार्यक्रम में मैकल पर्वत श्रेणी के स्थानीय प्राकृतिक संपदा के आकलन एवं परंपरागत ज्ञान आधारित आजीविका के लिए विस्तृत कार्ययोजना इस संवाद के माध्यम से बनाई गई है। जिसके अंतर्गत वैद्य सुमरन सिंह धुर्वे के मार्गदर्शन में मैकल आजीविका संवर्धन समिति बनाई जावेगी, साथ ही मैकल पर्वत श्रेणी में निवासरत आदिम जनजाति एवं स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा के संवाहक परंपरागत वैद्यों का सूचीकरण व इनके बौध्दिक ज्ञान का दस्तावेजीकरण कर बेब साइड तैयार की जाएगी, साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य की लोक स्वास्थ्य परंपरा के संरक्षण संवर्द्धन के लिए जागरुकता एवं वातावरण निर्माण हेतु घर अंगना जरी बूटी बगिया योजना का संचालन किया जाएगा ग्राम तुरैया बहरा में समाधान केन्द्र की स्थापना नव गठित छत्तीसगढ़ स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड रायपुर के माध्यम से किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही ग्राम स्वास्थ्य समिति में स्थानीय परंपरागत वैद्यों को शामिल करने हेतु छत्तीसगढ़ राज्य शासन से मांग की गई है।