छत्तीसगढ़

स्लग* मड़ेली में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय त्रि-दिवसीय मानस गान महोत्सव समापन समारोह*

स्लग* मड़ेली में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय त्रि-दिवसीय मानस गान महोत्सव समापन समारोह*

रिपोर्ट: भूपेंद्र गोस्वामी
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*एंकर = छुरा-मड़ेली*/ छुरा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम मड़ेली मे आयोजित छत्तीसगढ़ स्तरीय संगीतमय मानस गान सम्मेलन दिनांक 15 मार्च से 16-17-18 तक, आज दिनांक 18मार्च को छ.ग.राज्य स्तरीय त्रि-दिवसीय संगीतमंय मानस गान महोत्सव का समापन दिवस में मुख्य अतिथि सुश्री खिलेश्वरी ध्रुव(जनपद सदस्य ज.पं. छुरा),श्री मति पुष्पा ध्रुव(पूर्व ज.सदस्य),श्री मति नीलम ध्रुव(सरपंच जरगांव),श्री मति लक्ष्मी गजेन्द्र ठाकुर (सरपंच मड़ेली) शामिल हुए ।सर्व प्रथम अतिथिगणों द्वारा भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के श्री चरणों में नारियल पुष्प चढ़ाकर पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों , ग्राम वासियों की ओर खुशहाली की कामना की आयोजक समिति द्वारा अतिथियों का फूल माला पहनाकर गुलाल लगाकर साउथ स्वागत किये साथ ही उपस्थित स्रोता जनों ग्राम वासियों संबोधित करते हुए कहां की आज बड़ा हर्ष का विषय है विनीय मानस मंडली एवं समस्त ग्राम वासियों मड़ेली द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ स्तरीय त्रि-दिवसीय संगीतमंय मानस गान महोत्सव का अन्तिम दिवस में इस धर्म मंच में ज्ञान की गंगा बह रही है हम सभी को इस ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाना है, किसी भी परंपरा को चालू करना और साथ ही उस परंपरा का लगातार निर्वहन करना दोनों में काफी अंतर होता है, आप सभी ग्रामवासियों द्वारा आपसी समर सत्ता के साथ भाईचारे के साथ, एक साथ मिलकर लगातार यह आयोजन श्री राम कथा है महोत्सव का सफल आयोजन कर रहे हैं, हम सभी भाग्यशाली हैं भगवान श्री रामचंद्र के अयोध्या नगरी जैसे इस मानस मंच से भगवान श्री रामचंद्र के मानस गान का रसपान कर रहे हैं, हम अगर श्री रामचरित मानस के कुछ अंश अपने जीवन में उतार लेते हैं, हमारा ए मानव जीवन सफल हो जाएगा, निश्चित रूप से गांव से लेकर शहरों में ऐसे धार्मिक आयोजन होना चाहिए ताकि हमारे नौजवान युवा पीढ़ी है,, आज अपने मुख्य मार्ग से भटक गए हैं, ऐसे आयोजन होने के माध्यम से निश्चित रूप से श्री राम कृपा हमेशा बना रहे इस मंच से आज की समय में हम सभी को कुछ सीख के जाना है, श्री रामचंद्र की असीम कृपा हम सब पे बना रहे, निश्चित रुप से श्री राम कथा के माध्यम से दो प्रकार के प्रर्दशन होता है, एक अच्छाई का जो पा‌त्र है उससे हमें ग्रहण करन चाहिए हमें अपने जीवन शैली रखना चाहिए हमें शिखना चाहिए हमें अपना जीवन कैसे जीना चाहिए, हम सब देखते हैं, कोई भी कार्य हो कोई भी क्षेत्र हो जीत हमेशा अच्छाई की होती है,भराई की कभी जीत नहीं होती ,साथ ही रामायण सिर्फ पवित्र ग्रंथ ही नहीं बल्कि हर भारतीय की आत्मा है जो मनुष्य को सीधे परमात्मा से जोड़ने का काम करती है। मनुष्य के जीवन राम नहीं है तो उसका ये मानव जीवन व्यर्थ है। श्री रामचंद्र की शक्ति का महत्व आज युवा पीढ़ी को समझना होगा, और भगवान श्रीराम के आदर्शों को आत्मसाद कर अपने मानव जीवन को सफल बनाना होगा,श्री रामचंद्र को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है।‌ उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन में मर्यादा का उलंघन नहीं किया पिता के एक वचन पर राजपाठ छोड़ 14 वर्ष के लिए बनवास पर चले गए जब भाई भरत को पता चला की मेरी माता की वजह से प्रभू श्री रामचंद्र को 14 वर्ष तक राजगद्दी त्याग कर अपने बड़े भाई प्रभू श्री रामचंद्र का इन्तजार किया , पिता की आज्ञा भाई का प्रेम एवं प्रजा के प्रति समाहित कर जीवन जीने की संस्कृति सिखती है।
मानस सम्मेलन का आयोजन में छत्तीसगढ़ की ख्याति प्राप्त मानस मंडलीयो ने प्रस्तुती दी। मंचस्थ मानस मंडली माधुरी मानस परिवार नहरगांव (गरियाबंद), प्रभु आराधना मानस मंडली छिनदौली (बागबाहरा), राम रहीम मानस परिवार चटौद (धमतरी), मां के ममता मानस परिवार चिल्हाटी (उत्तर बस्तर), नूतन मानस परिवार टोकरो(अभनपुर), सुर सिंगार मानस परिवार होता(कोमाखान), मोर नान्हे संगवारी- देवरी (भखारा), हंस वाहिनी मानस परिवार -डंगनिया (चंपारण), जय नर्मदा मइया महिला मानस परिवार देवरी बंगला, सुर सिंगार मानस परिवार फाफाडीह रायपुर इस मानस सम्मेलन में प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोगों ने कौशिल्या भण्डार में भोजन कर अपने आप को तृप्त किया। मंच संचालन – संतराम कंवर जागेश्वर ध्रुव , प्रेमनारायण ध्रुव ने किया।
इस दौरान गोविंद साहू,भगोली निषाद,जोहत सिन्हा,किसन नंदे,गेवर‌ साहू, भूषण ठाकुर, प्रेमनारायण ध्रुव, ईश्वर निर्मलकर, गणेश साहू, भीखम ठाकुर, गोवर्धन ठाकुर, निर्मल मरकाम, तेजराम निर्मलकर, जीवन टाण्डे, यादराम निषाद,भंगीराम नेताम, गजेन्द्र ठाकुर,केशव दास,माधव निर्मलकर, रुद्र कुमार ठाकुर, ईश्वर ठाकुर, गिरधारी सेन, गणेश ध्रुव,लोचन ठाकुर, भीखम ध्रुव, मनहरण, मिथलेश,वेशनारायण, गोरेलाल,नीलाम्बर, रामविशाल,भगवानी यादव, भगवानी निषाद,राजु राम,तिलक यादव, तिलक ध्रुव, कुमार साहू, रामकुमार साहू,बिसहत, चैतराम साहू, राजाराम ठाकुर,भरतद्वाज, गोपाल, भावना सिन्हा,कु.पूनम, कु.हर्षिता ठाकुर,कु.पल्लवी निर्मलकर, कु.गीता निर्मलकर,कु. पार्वती साहू,कु. बिजली ठाकुर, रूखमणी ठाकुर,बुधन्तीनबाई, तुलसी बाई, चमेली निर्मलकर,समुन्दा, तुलसी मानिकपुरी,तेजमति, मोहनी ठाकुर,पराना बाई,दुरपत यादव सुशीला ठाकुर, योगेश्वरी ठाकुर, एवं ग्रामवासी अधिक संख्या में उपस्थित रहे

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