छत्तीसगढ़

झोलाछाप डाक्टरों का यूनियन सैकड़ों की तादाद में पहुंचा पत्रकार के घर दबाव बनाने,सच लिखने वाले की परिवार पर बना जान सबब

रिपोर्टर भूपेंद्र गोस्वामी जिला ब्यूरो
खबर छपने से बौखलाए हैं झोलाछाप डॉक्टरों ने की संवाददाता से दुर्व्यवहार थाने में की गई शिकायत

झोलाछाप डाक्टरों का यूनियन सैकड़ों की तादाद में पहुंचा पत्रकार के घर दबाव बनाने,सच लिखने वाले की परिवार पर बना जान सबब

गरियाबंद/ पिछले कुछ दिनों से झोलाछाप डॉक्टरों पर लगातार समाचार प्रकाशित होने और जिला चिकित्सालय के टीम द्वारा कार्रवाई किए जाने को लेकर झोलाछाप डॉक्टरों ने समाचार कवरेज करने गए दो संवाददाता के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार करने की कोशिश की बता दें कि गरियाबंद जिले में लगभग हजारों की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर है जो बिना किसी डिग्री के इलाज कर रहे हैं साथ ही झोलाछाप डॉक्टरों के पास कोई ऐसा दस्तावेज नहीं है जिसके आधार पर वह अपना प्राइवेट प्रैक्टिस कर सके नर्सिंग एक की धज्जियां उड़ाते हुए जगह-जगह क्लीनिक खोलकर बैठे हैं लगभग हजारों की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर कार्य कर रहे हैं और संघ बनाकर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं इसी तरह पांडुका क्षेत्र के दो संवाददाता परमेश्वर साहू और नेहरू साहू शुक्रवार को लगभग 4:00 बजे झोलाछाप डॉक्टर रोशन निर्मलकर, और दिनेश साहू  पोंड के क्लीनिक में समाचार संकलन करने गए थे जिसको देख झोलाछाप डॉक्टर अपना आपा खो बैठे औरअपने बेटे को बुला ले आए साथ ही आसपास के कुछ युवा भी आ गए और धक्का-मुक्की करते हुए चश्मा मोबाइल को तोड़ दिए साथ ही साथ गाड़ी की चाबी छीन कर रख लिए और वही बंधक बनाने की कोशिश किया गया इस तरह खबर एवं कार्यवाही से बौखलाए झोलाछाप डॉक्टर इन दिनों पत्रकारों का षडयंत्र पूर्वक कूट रचना से फसाने में लगे हैं हद तो तब हो गई जब रविवार को लगभग 60, 70 की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर पीड़ित पत्रकार के घर मोटरसाइकिल आ धमके इतना भीड़ देखकर गांव में हल्ला मच गया और घरवाले डर के मारे अंदर घुस गए यह पहला मौका है नियम विरूद्ध काम करने वाले झोलाछाप डॉक्टर किसी पत्रकार की आवाज एवं कलम को दबाने का कोशिश कर रहे हैं । हालांकि इस मामले को लेकर शनिवार को पांडूका थाने में लिखित शिकायत किया गया है ।जिस पर पांडुका पुलिस द्वारा जांच कर उचित कार्यवाही की बात कही है।
नियम विरुद्ध काम करने वाले झोलाछाप डॉक्टर किसी पत्रकार की आवाज एवं कलम को दबाने का कोशिश कर रहे हैं । हालांकि इस मामले को लेकर शनिवार को पांडुका पुलिस थाना में पीड़ित संवाददाताओं द्वारा लिखित शिकायत किया गया है जिस पर पुलिस जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिला रहा है।
बताना लाजमी है कि झोलाछाप डॉक्टरों का गरियाबंद जिले में धनवंतरी नाम से संघ का निर्माण हुआ है जिसमें सैकड़ों झोलाछाप डॉक्टर जुड़े हुए है और इनका बाकायदा पंजीयन भी है जो सवालों के घेरे में है जब झोलाछाप डॉक्टरों के पास कोई डिग्री और कोई वैध दस्तावेज नहीं तो संबंधित विभाग से पंजीयन कैसे हुआ?
झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा कारवाही के डर से आज लगातार खबर कवरेज करने वाले पत्रकार के घर सैकड़ों की तादाद में पहुंच दबाव बनाने का प्रयास किया गया। जन्हा बस उनके परिवार थे।सैकड़ों की संख्या में डाक्टरों को देख पत्रकार के परिजन डर गए ।तब पत्रकारों की टीम ग्राम फुलझर पहुंचा।पत्रकारों की टीम को देखकर झोलाछाप डाक्टर दुम दमाके रफूचक्कर हो गए।वहीं कुछ छुटभैय किस्म के लोग झोलाछाप डॉक्टरों के खुलकर समर्थन करने में लगे थे।जिस पर गरियाबंद जिले निर्भीक पत्रकार के सवालों और जवाबो को सुन भाग खड़े हुए।हालंकि झोलाछाप डॉक्टर अभी भी सच को आइना दिखाने वाले पत्रकार पर षड्यंत्र करने से बाज नहीं आ रहे। है।वहीं कई जिला स्वास्थ विभाग ,डाक्टर सहित आम नागरिक झोलाछाप डाक्टर के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देकर पत्रकारों का समर्थन कर रहे है

झोलाछाप डॉक्टर कर रहे है मरीजों के जान से खिलवाड़
बता दे की हर मर्ज का इलाज करने का दावा करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से कई लोग अपनी जान गंवा चुके है जिससे जिला प्रशासन अनजान है लेकिन जल्द ही एक बड़ी खुलासा होगा और झोलाछाप डॉक्टरों के करतूतों से पर्दा उठेगा।

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