छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कृषि विज्ञान केन्द्र पर 6 दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न, 6-day training completed at Krishi Vigyan Kendra

दुर्ग / कृषि विज्ञान केन्द्र पहंदा (अ) अपने कार्यक्षेत्र की महिला कृषकों एवं ग्रामीण युवाओं को आर्थिक संबल और स्वालंबी बनाने के के लिए सतत् प्रयासरत् है। छत्तीसगढ़ी व्यंजन, मशरूम उत्पादन, केंचुआ खाद उत्पादन, बटेर पालन जैसे लघु उद्योगों में पाटन क्षेत्र के कृषकों को प्रशिक्षित कर अपने पैरों पर खड़ा करने तथा स्वरोजगार से अतिरिक्त आय कमाने के लिए महिला एवं ग्रामीण युवाओं का समूह का गठन कर कार्य को अंजाम दे रहा है। इसी कड़ी में विकासखण्ड पाटन के अंतर्गत स्थित ग्राम महुदा एवं घुघवा के 28 महिला एवं ग्रामीण युवा जिनकी आयु 18-34 वर्ष के मध्य थी उनका चयन कर उन्हें दाना एवं चारा प्रबंधन का 6 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण मैनेज हैदराबाद द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम ”ग्रामीण युवाओं का कौषल प्रशिक्षणÓÓ के अंतर्गत दिया गया है। यह कार्यक्रम डॉ. एस.सी. मुखर्जी निदेशक विस्तार सेवाएं इदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर के मार्गदर्षन एवं डॉ. दिप्ती झा वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी के निर्देशन में आयोजित किया गया। समापन कार्यक्रम पर कृषि केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. विजय जैन ने प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए प्रशिक्षणार्थियों से अपेक्षा की वे अब अपने स्तर पर घर में, समूह में और गौठानों में दाना एवं चारा उत्पादन कर उसका उचित प्रबंधन करेंगे। कृषि विज्ञान केन्द्र पहंदा में पदस्थ डॉ. प्रफलचंद रहांगडाले वैज्ञानिक एवं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोच डायरेक्टर ने प्रशिक्षणार्थियों को 6 दिवसीय प्रशिक्षण में दाना एवं चारा उत्पादन एवं प्रबंधन की समस्त बारिकियों से अवगत कराया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत महुदा के सरपंच  मनोज कुमार साहू एवं केन्द्र के वैज्ञानिक ईश्वरी कुमार, श्रीमति ललिता रामटेके, श्रीमती नीतू स्वर्णकार, विनय नायक, श्रीमति श्वेता मंडल, श्रीमती आरती टिकरिहा उपस्थित थे। समापन कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन विनय नायक ने किया ।

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