विपक्ष ने मटका फोड़ने का किया है नाटक-संजय कोहले, Opposition has done drama to break the pot – Sanjay Kohle
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2021/02/WhatsApp-Image-2021-02-25-at-15.13.25-1.jpeg)
दुर्ग / 25 फर0 शहर सरकार में काबिज होने के बाद दुर्ग शहर में हमारी परिषद ने बेहतर पेयजल प्रदाय की व्यवस्था किया है। पूर्व परिषद के समय से पेयजल प्रदाय सिस्टम में जो जो समस्याएॅ थी उसे एक-एक करके ठीक किया। निगम आयुक्त के द्वारा पेयजल व्यवस्था के संबंध में शटडाउन की सूचना देने पर विपक्षी दल के लोगों ने अंगूठा दिखा कर उन्हें बेहतर व्यवस्था के लिए धन्यवाद देकर स्वागत किया गया । फिर निगम कार्यालय में आकर मटका फोड़ने का नाटक किस लिए किया गया। उक्त बातंे आज जलकार्य प्रभारी संजय कोहले ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है। इस संबंध में प्रभारी जलकार्य संजय कोहले ने बताया पानी की समस्या को देखते हुये मेरे द्वारा व्यवस्था बनाने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये। अधिकारियों की लापरवाही से निर्मित समस्या के लिए उन्होनें अधिकारियों को फटकार भी लगायी। उन्होनें भविष्य में इस प्रकार के लापरवाही पूर्वक कार्य नहीं करने की भी हिदायत दी । उन्होनें बताया जनहित व जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दृष्टि से पांच दिन के शटडाउन कार्य के स्थान पर दो दिनों में ही कार्य को पूरा कराकर शहर में जलप्रदाय सामान्य किया गया। उन्होनें बताया राॅवाटर के साथ आने वाले कीड़े-मकोड़ें फिल्टर में ही रुक जाते हैं जिसकी सफाई कराना आवश्यक था चूंकि गर्मी के दौरान पानी से होने वाली बीमारियों का प्रभाव अधिक होता है इसे देखते हुये जन स्वास्थ्य के तहत् कार्य को प्राथमिता से कराया गया । इस दौरान 42 एमएलडी टंकी से पानी लेकर कुछ क्षेत्र में पानी की सप्लाई की गई और कुछ क्षेत्रों में मांग अनुसार टैंकर से पानी प्रदाय किया गया साथ ही वार्डो में स्थित सम्पवेलों में भी पानी पहॅुचाया गया। बावजूद विपक्षी दल द्वारा पानी की समस्या को लेकर मटका फोड़ने का नाटक महज राजनीति से प्रेरित है । विपक्षी दल के पास कोई मुद्दा न होने के कारण जनता की संवेदनशील व्यवस्था पर हल्ला कर वाह-वाही लूटने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में उन्होनें बताया विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल के नेतृत्व में पदभार ग्रहण करने के बाद से ही हमने जलप्रदाय कार्य पर विशेष रुप से ध्यान दिया। चूंकि नगर निगम की पेयजल प्रदाय के सिस्टम बुरी तरह से चरमराई हुई थी। फिल्टर प्लांट के ट्रांसफारमर जर्जर था पेनल बोर्ड खराब थे, प्लांट में स्टैण्ड बाई मोटर बंद पड़े थे । विधायक और महापौर के मार्गदर्शन में सभी कार्यो को प्राथमिकता से कराया गया । जबकि इस दौरान अमृत मिशन का भी कार्य शहर में प्रारंभ हो गये थे। उन्होनें बताया पेयजल व्यवस्था के लिए सर्व प्रथम फिल्टर प्लांट में स्थित ट्रांसफार्मर को बदला गया ताकि इसके कारण पानी सप्लाई में समस्या न हो । इसके अलावा नदी स्थित दो ट्रांसफार्मर में ऐ एक बंद था उसे रिपेयर कराकर चालू किया गया । हमने एक-एक करके व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया । निगम के 24 एमएलडी फिल्टर प्लांट का पेनल पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण हो गया था आये दिन गंभीर दुर्घटना होता था, और शहर में पानी सप्लाई में अवरोध पैदा होती थी । जिसे तत्काल नया पेनल बोर्ड लगाया गया । नदी में स्थित मोटर पंप बंद पड़े थे जिसका रिपेयर कराया गया। इन कार्यो को कराने के बाद शहर में पर्याप्त मात्रा में शहर वासियों को पानी मिल रहा है । चूंकि अमृत मिशन के तहत् रेनोवेशन संधारण के कार्य प्रस्तावित है जिसे शीघ्रता से करने अधिकारियों को निर्देशित किया गया था । जिसके तहत् सारे सिस्टम को आधुनिकीकरण आटो मेटिक सिस्टम की व्यवस्था की गई । फिल्टर प्लांट के इनलेट वाल्वों को बदला गया चेनल का मरम्मत की गई। पूर्व के चेनल में दरार पड़ गई थी। जिसके कारण राॅवाटर के साथ आने वाले कीड़े-मकोड़े फिल्टर में ही रुक जाते थे। चूंकि यह कार्य सिविल कार्य था और जन स्वास्थ की दृष्टि से आवश्यक था इसलिए टाईल्स लगाकर मरम्मत कार्य कराया गया। अमृत मिशन से संबंधित होने के कारण अधिकारियों द्वारा समय निश्चित किया गया था किन्तु निर्धारित समय पर कार्य नही ंकर पाने के कारण जलप्रदाय लगातार बाधित हुआ। जबकि अधिकारियों को पेयजल व्यवस्था के लिए टेक्टर की मुडी बढ़ाने और गैंग बढ़ाने कहा गया था लेकिन व्यवस्था में अधिक व्यय के चक्कर में व्यवस्था नहीं की गई और नागरिकों को पानी की समस्या की असुवधिा हुई। जिसके लिए लापरवाही पूर्वक कार्य के लिए अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त किया। इस बात को गंभीरता से लेते हुये माननीय विधायक अरुण वोरा जी, महापौर धीरज बाकलीवाल मार्गदर्शन में मैंने स्वयं मौके पर खड़े रहकर कार्य कराया। उन्होनें बताया जलप्रदाय कार्य बाधित होने की स्थिति में हमने जनता की तकलीफ को समझा और 42 एमएलडी प्लांट से पानी लेकर अनेक वार्डो में एक-एक समय पानी की सप्लाई की है। उन्होनें अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त कर भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही नहीं करने की हिदायत दी। उन्होनें शहर में पानी की समस्या होने के लिए खेद प्रगट किया है।