भाजपा नेता की गाड़ी से अवैध सागौन की तस्करी, आधी रात को नक्सली क्षेत्र में वन अमले की कार्यवाही


कोण्डागांव। वन विभाग मर्दापाल के परीक्षेत्र अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम ने साहस दिखाते हुए देर रात को ही नक्सल प्रभावित वन क्षेत्र में घुसकर, टैक्टर ट्राॅली में अवैध रुप से परिवहन कर रहे लाखों रुपए के सागौन चिरान को पकड़े जाने का मामला सामने आया है। उक्त मामला जिला व तहसील कोण्डागांव का होने के साथ ही नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र का भी है। जिस टैक्टर ट्राॅली में अवैध तरीके से लाखों रुपए का सागौन चिरान परिवहन किया जा रहा था, वह टैक्टर ट्राॅली पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक केदार कश्यप के करीबी भाजपा नेता व लघु वनोपज समिति के जिला अध्यक्ष रामचंद कश्यप की बताई जा रही है। जिस नक्सल प्रभावित वन क्षेत्र में कार्यवाही की गई है, उस स्थान से महज कुछ दूरी पर ही नक्सलियों के द्वारा दिन दहाडे एक जेसीबी को सप्ताह भर पूर्व ही आग के हवाले किया जा चुका है।
टैक्टर ट्राॅली से लाखों रुपए के सागौन चिरान को अवैध रुप से परिवहन करते समय जप्त करने की कार्यवाही को अंजाम देने में सफल रहे वन परिक्षेत्र सहायक अधिकारी नरेन्द्र कुमार साहू ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही उन्हें मुखबिर से सूचना मिली तो उन्होंने अपने मार्गदर्शन में परिक्षेत्र सहायक गोलावंड संजय यादव, परिसर रक्षक मर्दापाल हरिष देवांगन, वनरक्षक कांसीराम नेताम, वन रक्षक भुनेश्वर बघेल, नोहरलाल कोर्राम सहित दैनिक श्रमिक श्री पटेल आदि कर्मचारियों की टीम को लेकर वन परिसर टेकापाल के अंतर्गत मंगवाल मार्ग चेचानपारा में पहुंचे और सूचना के आधार पर सागौन चिरान भरकर लाए जा रहे ट्रैक्टर-ट्राॅली क्रमांक सी.जी.17 जी 3854 की खोजबीन में लग गए , लेकिन ट्रैक्टर-ट्राॅली को लकडी तस्करों के द्वारा जंगल में ऐसी जगह छुपा दिया गया था, कि उसे आसानी से खोजा नही जा सकता था । काफी खोजने के बाद ही लकडी तस्करों के द्वारा जंगल में छुपाकर रखी गई ट्रैक्टर-ट्राॅली को खोजा जा सका फिर उसे वन कर्मचारियों के द्वारा वन परिसर मर्दापाल के डीपो में रात्रि के लगभग 11.30 बजे लाया गया। उसके बाद अगली सुबह जप्त सागौन लकड़ी का नापजोख करने पर सागौन फारा 55 नग, सागौन सिल्ली 7 नग कुल 0.760 घनमीटर लकड़ी का होना पाया गया जिसकी कीमत लाखो में आँकी जा रही है ।
जिस नक्सल प्रभावित वन क्षेत्र में कार्यवाही की गई है, उस स्थान से महज कुछ दूरी पर ही नक्सलियों के द्वारा दिन दहाडे एक जेसीबी को सप्ताह भर पूर्व ही आग के हवाले किया जा चुका है। वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा इस संवेदनशील व बेहद जोखिम भरे क्षेत्र जैसी जगह पर, वह भी रात में पहुंचकर इस तरह से कार्यवाही किया जाना सराहनीय कार्य है। अब चूंकि वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उक्त कार्यवाही को सफलतापूर्वक अंजाम देकर सुरक्षित वापस आने में सफल रहे, वहीं यदि सागौन जप्त करने के फेर में कोई नक्सलि वारदात हो जाती तो कहानी कुछ अलग और भयावह हो सकती थी ।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागाँव 9425598008