छत्तीसगढ़

बसंत पंचमी पर रासेयो-दशरंगपुर ने लिये “पर्यावरण संरक्षण” का संकल्प

बसंत पंचमी पर रासेयो-दशरंगपुर ने लिये “पर्यावरण संरक्षण” का संकल्प

ऋतुओं का राजा “बसंत” के आगमन पर,प्रकृति का सौंदर्य निखार उठता है,हमें पेंडो को कटने से रोकना चाहिए तथा अधिकाधिक संख्या में पौधारोपण भी करना चाहिए, उक्त विचार, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय-दशरंगपुर की रासेयो इकाई द्वारा आयोजित संगोष्ठी पर व्याख्याता रवेन्द्र सिंह चंद्रवंशी ने व्यक्त किये। विदित हो कि ,रासेयो -दशरंगपुर के कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के नेतृत्व में विविध आयोजन हुए, जिसमें बसंत पंचमी के अवसर पर,मां सरस्वती की पूजा पूरे विधि-विधान से,बेर,आम के बौर,चना, गेहूं की बाली,नये फसल, फल-फूलों से की गई। साथ ही शांतिकुंज हरिद्वार से प्रशिक्षित परिब्राजक शिक्षक संजीव कुमार शर्मा,तथा गंगाराम साहू ने मंत्रोच्चार के मध्य “यज्ञ” कर विश्व कल्याण,विश्व की सुख-शांति के लिए आहुतियां दी गई। प्राचार्य रामसनेही कलिहारी ने,बसंत पंचमी के दिन को नई विद्या,कला, संगीत आदि सीखने के लिए अच्छा बताया,छोटे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी इसी दिन से शुरु किया जाना अच्छा माने-जाने की बात कही।
“मनुष्य जीवन में जीने की कला सीखने हेतु,ज्ञान व कला -संगीत की देवी “मां सरस्वती”के पूजन के महत्व को व्याख्याता अर्चना सोनी ने बताई।”
इस अवसर पर व्याख्याता संतोष कुमार डहरिया ने”पर्यावरण संरक्षण” का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम के आयोजन में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष महेश केशरी व सांसद प्रतिनिधि नरेश कुमार केशरी,शिक्षिका संगीता साहू,व्याख्याता रज्जी कौर चावला ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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