जब गरीबी से जूझ रहे अमर सिंह अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए गेहूं-सरसों की पारंपरिक खेती करते थे और माल ढुलाई के लिए छोटे वाहन चलाया करते थे। इससे उनका पेट तो भरता था

Back to top button