दस घंटे का सफर कर रांची पहुंच किया रक्तदान, बचाई मरीज की जान

दुर्ग। छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन के सदस्य और रेयर ब्लड ग्रुप बॉम्ब ब्लड ग्रुप डोनर सतीश सिंह ठाकुर द्वारा रायगढ़ छत्तीसगढ़ से रांची झारखंड जाकर एक 14 वर्षीय केंसर मरीज के लिये रक्तदान किया। मरीज के परिवार वालो ने सीटी ब्लड सेंटर के माध्यम से रायपुर निवास विवेक साहू से सपंर्क किया तब जा कर सपंर्क होने के पश्चात कुछ देर में डोनर के रूप में सतीश तैयार होकर सीधे ब्लड देने के लिए मेदांता हॉस्पिटल रांची के लिये सुबह 10 बजे निकले और रात्रि 8 बजे वहाँ पहुँच के रक्तदान किया। फाउंडेशन के सदस्य सतीश ने बताया कि उनके द्वारा अलग अलग मरीजो के लिये अब तक 20 बार रक्तदान 6 अलग अलग राज्यों में जाकर किया गया।
फाउंडेशन के सदस्यों ने इस रक्तदान के लिये सतीश सिंह ठाकुर को उनके रक्तदान के लिये बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की बधाई दी। इस दौरान सतीश सिंह, अमितेश गर्ग, शानू साहू, विकास जायसवाल, अमिताभ,राज आढ़तिया, प्रेम,प्रशान्त ने उन्हें बधाई दी। फाउंडेशन के विवेक ने बताया कि इससे पहले भी उनके टीम के द्वारा अलग अलग मरीजो के लिये रेयर बॉम्बे ब्लड ग्रुप डोनेशन कराया जा चुका है। इसी कड़ी में यह भी रक्तदान कराया गया है। अभी कुछ दिन पहले भी रायपुर में एक भर्ती मरीज के लिये निरंजन रिकू साहू ने बॉम्बे निगेटिव रक्तदान किया था।
लाखो लोगों में से किसी एक में पाया जाता है और उसका नाम बॉम्बे ब्लड ग्रुप है. इस रक्त समूह को रेयर ऑफ द रेयरेस्ट रक्त समूह भी कहते है। यह रेयरेस्ट ऑफ रेयर ब्लड टाइप विश्व में सिर्फ 0.0004 फीसदी लोगों में ही पाया जाता है. भारत में 10,000 लोगों में केवल एक व्यक्ति का ब्लड बॉम्बे ब्लड टाइप होगा. इसे ॥द्ध ब्लड टाइप भी कहते है या फिर रेयर ्रब्लड ग्रुप ब्लड. डॉक्टर वाई एम भेंडे ने 1952 में इसकी सबसे पहले खोज की थी. इसको बॉम्बे ब्लड इसलिए कहा जाता है क्योंकि सबसे पहले यह बॉम्बे के कुछ लोगों में पाया गया था. इस ब्लड टाइप के भीतर पाई जाने वाली फेनोटाइप रिएक्शन के बाद यह पता चला की इसमें एक ॥ एंटीजेन होता है. इससे पहले इसे कभी नहीं देखा गया था. अधिक समझने के लिए इनकी लाल कोशिकाओं (क्रक्चष्ट) में एबीएच एंटीजन होते हैं और उनकी सीरा में एंटी-ए, एंटी-बी और एंटी-एच होते है. एंटी-एच को ्रक्चह्र समूह में नहीं खोजा गया है, लेकिन प्रीट्रांसफ्यूजऩ टेस्ट में इसके बारे में पता चला है. यही ॥ एंटीजन
ब्लड समूह में बिल्डिंग ब्लॉक का काम करते है. एच एंटीजन की कमी बॉम्बे फेनोटाइप के रूप में जानी जाती है। नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया,प्रवीण तिवारी, मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई,,किरण भंडारी, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,सत्येंद्र राजपूत,सुरेश जैन,पियूष मालवीय, विकास जायसवाल मुकेश राठी,दीपक बंसल,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ ,सूरज साहू संतोष राजपुरोहित,चेतन जैन ,चन्दन मिश्रा,यतीन्द्र चावड़ा, नत्थू अग्रवाल, खुर्शीद अहमद, आकाश मसीह, वीरेंद्र पाली, प्रफुल्ल जोशी,प्रसाद राव,संतोष रत्नानी ने सतीश सिंह ठाकुर को शुभकामनाएं दी।