कोंडागांव। जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री गीतेश गांधी ने भाजपा पे पलटवार करते हुए कहा है भाजपा और भाजपा के लोग किसानों और बेरोजगारो के नाम पे घड़ियाली आंसू बहाना बन्द करे। आज किसी भी समिति में कही भी किसान यूरिया के लिए परेशान नही है राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के 2 घण्टे के अंदर ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया गया अपने किये वादे अनुसार किसानों को धान का मूल्य भी 2500 रु प्रति क्विंटल की दर से भुगतान हो रहा है। जिसमे भी किसान विरोधी केंद्र की मोदी सरकार ने अड़ंगा डालने की लेकिन अपने मंसूबो में कामयाब नही हो पाई और 2100 रु धान का समर्थन मूल्य देने और 300 रु प्रति क्विंटल बोनस देने का वादा कर 2013 में सत्ता में आये भाजपाई आज किसानों के नाम पे घड़ियाली आंसू बहा रहे है।
आज छत्तीसगढ़ की भुपेश बघेल जी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणापत्र में किये वादों में से महज 2 साल के अंदर 22 से भी ज्यादा वादे पूरे किए है चाहे वो शिक्षकों के सिविलियन का वादा हो बिजली बिल हाफ का वादा हो उन वादों को पूरा किया है और शेष बचे वादे भी जरूर पूरा करेंगे क्योंकि कांग्रेस सरकार जो वादा करती है उसे पूरा करती है। पिछले 15 साल में आउट सोर्सिंग कर छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं का हक मारकर पन्द्रह साल राज करने वाले किसी भी भाजपाई सांसद विधायक जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी द्वारा नगरनार स्टील प्लांट जिससे बस्तर ही नही वरन पूरे छत्तीसगढ़ के हजारों बेरोजगारों को रोजगार मिलने आस बंधी हुई है। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा निजीकरण किये जाने के विरोध स्वरूप कोई बयान नही आता है जिससे इनका बेरोजगार युवाओं के रोजगार के लिए बयानबाजी केवल कोरा ढकोसला साबित होता है। यदि इन्हें वाकई बस्तर व छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं की चिंता होती तो ये मुखर होकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाते लेकिन ऐसा लगता है कि या तो इनमें मोदी जी के खिलाफ बोलने की हिम्मत नही है या फिर इन्हें इस मामले में चुप रहने की कड़ी हिदायत मिली हुई है अभी दो दिन पहले ही केंद्र की मोदी सरकार ने नई सरकारी नौकरी लगाने पे रोक लगा दी है। जिस आशय का पत्र भी वित्त मंत्रालय ने जारी कर दिया है की केंद्र सरकार अब नई सरकारी नौकरी नही देगी तब इनके मुह से बेरोजगारों के समर्थन में कोई शब्द नही निकलता है आज ये लोग छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना के प्रकोप को लेकर चिंता जता रहे है इसी कोरोना को लेकर राहुल गांधी जी 12 फरवरी से केंद्र की मोदी सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे थे कि मोदी जी उठिए जागिये कोरोना के रूप में हमारे देश मे एक भयानक बिपदा आ रही है जिससे ना केवल हमारे देशवासियो की जान को खतरा है बल्कि इससे हमारी अर्थव्यवस्था को भी गम्भीर चोट पहुचने वाली है लेकिन तब मोदी जी और सारे भाजपाई राहुल गांधी जी का मजाक उड़ा रहे थे। यहां तक कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन तो इसे गांधी परिवार कोरोना को लेकर जबरदस्ती देशवासियो को डरा रहे है कह रहे थे और आज हमारे वही केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन कह रहे है कि कोरोना को हल्के में नही लेना चाहिये जब राहुल गांधी कोरोना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को आगाह कर रहे थे, तब मोदी जी नमस्ते ट्रम्प में लगे हुए थे। मध्यप्रदेश की चुनी हुई सरकार को गिराकर अपनी सरकार बनाने में व्यस्त थे और रातों रात शवराज सिंग को मध्यप्रदेश के मुख्यमंन्त्री के रूप में शपथ दिलवाते है और फिर बिना सोचे समझे लाकडॉउन कर देते है। जिसकी वजह से सारे देश मे अफरा तफरी मंच जाती है लाखो गरीब मजदूर साधनों के अभाव में हजारों किलोमीटर पैदल चलकर अपने घरों को जाने को मजबूर हुए लेकिन भाजपाइयों के मुह से एक शब्द तक नही निकला कोंडागांव में कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों के लिए अस्थाई कैम्प लगाकर दिन रात इस मार्ग से गुजरने वाले प्रवासी मजदूरों की यथासम्भव सहायता की उनके खाने पीने की व्यवस्था की किसी को उसके घर पहुचने के लिए साधन उपलब्ध करवाया तो किसी को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई उस दरम्यान कांग्रेसजनो से जो बन पड़ा जैसे बन पड़ा उनका सहयोग किया लेकिन उस वक्त कोंडागांव के आज के बयानवीर भाजपाई सहायता करना तो दूर की बात अपने घरों में दुबके बैठे रहे जिससे विपदा की घड़ी में उनका अमानवीय चेहरा भी सामने नजर आया गौ माता के नाम पे राजनीति करने वाले भाजपाई आज गोधन न्याय योजना पे सवाल उठा रहे है जबकि ये ग्रामवासियों के आय का जबरदस्त जरिया बनता जा रहा है। आज वैश्विक महामारी से छाई मंदी के दौर में छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है जो किसी ना किसी प्रकार से छत्तीसगढ़वासीयो को रोजगार प्रदान कर रहा है। एक ओर कई राज्यो का जीएसटी संग्रहन कई गुना घटा है, वही छत्तीसगढ़ में 6% बढ़ोतरी हुई जो छत्तीसगढ़ के बेहतरीन वित्तीय प्रबंधन को दर्शाता है और जिसके बाद भी केंद्र की मोदी सरकार जीएसटी क्षतीपूर्ति देने से कतरा रही है। यदि भाजपाइयों को वाकई छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़वासीयो की चिंता है तो उन्हें केंद्र की मोदी सरकार से पूछना चहिये की आखिर छत्तीसगढ़ के साथ ये भेदभाव क्यो कर रही है वो ।