छत्तीसगढ़

गोविंदा उत्सव को लेकर बैठक हुई संपन्न, वर्षो की परंपरा पर लगा अल्प विराम, नही निकलेगा भगवान श्री कृष्ण का डोला 

गोविंदा उत्सव को लेकर बैठक हुई संपन्न, वर्षो की परंपरा पर लगा अल्प विराम, नही निकलेगा भगवान श्री कृष्ण का डोला 

डोंगरगढ- दही लूट व गोविंदा उत्सव के नाम से पूरे देश में विख्यात धर्मनगरी डोंगरगढ में 13 अगस्त गुरुवार को मनाया जाने वाले श्री गोविन्द उत्सव को लेकर विगत दिनों गोविंदा उत्सव समिति के अध्यक्ष अनिल गट्टानी के निवास में कार्यकारणी सदस्यों की बैठक आहूत की गई जिसमें कोविड 19 कोरॉना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि वर्षो की परंपरा पर अल्प विराम लगाते हुए इस वर्ष भगवान श्री कृष्ण का डोला नही निकाला जायेगा बल्कि केवल सांकेतिक पूजन व अर्चना की जायेगी। अधिक जानकारी देते हुए अध्यक्ष अनील कुमार गट्टानी ने बताया कि शासन के निर्दशानुसार, सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सिर्फ पुजन कर गोविंदा उत्सव मनाया जाएगा, जुलूस एवं दही लूट कार्यक्रम आयोजित नहीं हो पायेंगे।
निर्णयानुसार जन्माष्टमी 12 अगस्त बुधवार को प्रातः 9.30 बजे श्री महावीर मंदिर में श्री गोविंद भगवान की स्थापना की जाएगी एवं विधि विधान से पंडित जी एवं पुजारी गण पूजा अर्चना कार्यक्रम करेंगे तत्पश्चात महावीर मंदिर के प्रांगण में ही आम जनता के लिए गोविंदा दर्शन होगा कोई जुलूस एवं दही लूट शासन के निर्देशानुसार आयोजित नहीं किया जा सकेगा। सभी भक्तजनों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उत्सव का आनंद लेने एवं सहयोग करने की अपील श्री गोविन्द उत्सव समिति ने किया है।

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